पुडुचेरी: तमिलनाडु एवं पुडुचेरी में चक्रवात फेंगल के कारण लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। तिरुवन्नामलाई जिले में बारिश के चलते भूस्खलन की घटना हुई, जिसमें एक ही परिवार के सात लोग मलबे में फंस गए। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए दिन-रात प्रयास कर रही है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवात फेंगल 30 नवंबर की शाम 7:30 बजे पुडुचेरी के कराईकल एवं तमिलनाडु के महाबलीपुरम के बीच समुद्र तट से टकराया। तत्पश्चात, यह कमजोर होते हुए केरल, कर्नाटक, तेलंगाना एवं आंध्र प्रदेश के कुछ इलाकों तक पहुंच चुका है। हालांकि, इसके असर से होने वाली बारिश अभी भी इन प्रदेशों में जारी है। तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई हिस्सों में निरंतर मूसलाधार बारिश के कारण जलभराव और बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। पुडुचेरी के शहरी इलाकों में पानी भरने से सेना को बुलाना पड़ा। सेना ने अब तक 200 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है तथा एक हजार से अधिक लोगों को राहत शिविरों में शरण दी गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 2 दिसंबर तक तमिलनाडु एवं केरल में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। मौसम विभाग ने तमिलनाडु, केरल और आसपास के राज्यों के कई जिलों में येलो एवं ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और पलक्कड़ जैसे जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। चक्रवात एवं बारिश के कारण तमिलनाडु के कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। रेलवे और सड़क यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है तथा कुछ के मार्ग में बदलाव किया गया है। इसके अलावा, कई बस रूट भी प्रभावित हुए हैं। तूफान ने तमिलनाडु के कई जिलों में तबाही मचाई है। कृष्णागिरी जिले में झील के ओवरफ्लो होने की वजह से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। बस स्टैंड पर खड़ी गाड़ियां पानी के बहाव में बह गईं। जलभराव के कारण कई इलाकों में स्थानीय लोग घरों में फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। मौसम एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, चक्रवात फेंगल अब एक गहरे दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया है और यह आहिस्ता-आहिस्ता कमजोर हो रहा है। यह सिस्टम उत्तरी केरल और कर्नाटक तट की ओर बढ़ रहा है। हालांकि, इसके प्रभाव से केरल और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में अगले 24 से 48 घंटों में भारी बारिश की संभावना है। बीते 24 घंटों में तमिलनाडु के धर्मपुरी में 162 मिमी, सलेम में 60 मिमी और तिरुपत्तूर में 73 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं, केरल के कोचीन में 146 मिमी और कोझिकोड में 70 मिमी बारिश हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि तमिलनाडु में बारिश की तीव्रता 24-48 घंटों में कम हो सकती है, लेकिन केरल में 4 दिसंबर तक भारी बारिश जारी रहने की आशंका है। अरब सागर में एक नया कम दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है, जो अगले कुछ दिनों में और तीव्र हो सकता है। हालांकि, इसके पश्चिम की ओर बढ़ने के कारण केरल, कर्नाटक या महाराष्ट्र को 5 दिसंबर के बाद तत्काल कोई खतरा नहीं होगा। फिर भी, तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है। तूफान प्रभावित क्षेत्रों में NDRF, सेना एवं स्थानीय प्रशासन मिलकर राहत कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। प्रभावित इलाकों में राहत शिविर लगाए गए हैं, जहां लोगों को भोजन, पानी और अन्य जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से पानी निकालने का काम भी तेज किया गया है। विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क रहने एवं स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है। खासकर तटीय और बाढ़ संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अत्यधिक सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की तैयारी रखने की अपील की गई है। महिला सिपाही अमरीन को बीच सड़क पर लातें मारी, गंदी नियत से छुआ, FIR दर्ज 'मंदिर अब अस्तित्व में नहीं, उसकी जगह मस्जिद..', संभल विवाद पर क्या बोले सरकारी दस्तावेज़? पुडुचेरी में चक्रवात फेंगल ने मचाई तबाही, बारिश ने तोड़ा 30 साल का रिकॉर्ड