मलावी : जिम्बाब्वेे और मलावी में चक्रवात इदई ने कहर बरपाया है। चक्रवात के कारण करीब 150 लोगों की मौत हो गई जबकि सैंकड़ों लोग लापता हैं। तूफान के चलते मूलभूत ढांचा पूरी तरह से तबाह हो गया है। चक्रवात से प्रभावित इलाकों में सड़क संपर्क कट जाने से हजारों लोग फंस गए हैं। प्रभावित लोगों की मदद को संयुक्त राष्ट्र और रेड क्रॉस ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। इसके तहत वह खाद्य सामग्री और दवाइयां पहुंचा रहे हैं। भारत और अमेरिका मिलकर शुरू कर रहे हैं एक प्रोजेक्ट, निशाने पर आतंकवाद 15 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार संयुक्त राष्ट्र और सरकारी अधिकारियों के मुताबिक अफ्रीका के दक्षिण के तीनों ही देशों में 15 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित मोजाम्बिक का बेरिया शहर हुआ है। यहां हवाई अड्डा बंद कर दिया गया है। बिजली आपूर्ति बाधित है और कई घर, स्कूल, व सरकारी कार्यालय तबाह हो गए हैं। कई लोग अभी भी बाढ़ग्रस्त इलाकों में फंसे हुए हैं। जान बचाने के लिए सभी ऊंचाई वाले इलाकों में पलायन कर रहे हैं। भारत से बंद हुए निर्यात के बाद, टमाटर और मिर्ची को तरसा पाक अब तक मरें इतने लोग जानकारी के मुताबिक मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलीप न्यूसी ने कहा कि स्थिति काफी भयावह है। बाढ़ के कारण हवाई जहाजों के लैंडिंग में कठिनाईयों से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ रही है। जिम्बाब्वे में सरकार ने अब तक 31 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। इनमें दो स्कूली बच्चे भी शामिल हैं। जिम्बाब्वे के सूचना मंत्रालय ने ट्वीट किया कि अधिकतर मौत चिमनीमानी पूर्व में हुईं। सेना ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। उधर मलावी में फ्लैश फ्लड का खतरा मंडरा रहा है। मोजाम्बिक में तूफ़ान में मचाया कहर, 19 की मौत 70 घायल अमेरिका की पाकिस्तान को दो टूक, लगातार आतंक के खिलाफ हो कार्यवाही करतारपुर कॉरिडोर पर पाक का असली रूप उजागर, रेल मंत्री ने दिया विवादित बयान