मुंबई में तबाही मचाने के लिए करीब आ रहा तूफान, NDRF की 20 टीमों को किया गया तैनात

भारत में एक तरफ कोरोना वायरस तबाही मचा रहा है. वही, अब चक्रवाती तूफाने ने देश की समुद्री सीमा के करीब अपना प्रभाव बढाना प्रारंभ कर दिया है. बुधवार को चक्रवाती तूफान निसर्ग के महाराष्ट्र के तट से टकराने की संभावना है. मुंबई और गुजरात में तबाही के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी किया गया है और महाराष्ट्र में NDRF की 20 टीमों की तैनाती की गई है. मुंबई 8 टीमें, रायगढ़ 5 टीमें, पालघर 2 टीमें, ठाणे 2 टीमें (1 एनराउट), रत्नागिरी 2 टीमें और सिंधुदुर्ग 1 टीम तैनाती की गई है.

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इस मामले को लेकर मौसम विभाग के अनुसार अम्फान की तरह यह भी यह गंभीर रूप धारण कर सकता है. मंगलवार शाम से महाराष्ट्र बारिश हो रही है. इस तूफान से पालघर और रायगढ़ स्थित केमिकल और परमाणु संयत्र पर भी खतरा उत्पन्न हो गया है. उनकी सुरक्षा के लिए सावधानियां बरती जा रही हैं. वही, एनडीआरएफ के डायरेक्टर जनरल एसएन प्रधान ने कहा कि ‘निसर्ग’ नामक गंभीर चक्रवाती तूफान को देखते हुए महाराष्ट्र और गुजरात में एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं. इसमें 20 टीमें महाराष्ट्र और 11 टीमें गुजरात में तैनात की गई हैं. हालांकि गुजरात ने पांच और टीमें मांगी हैं इसलिए हम अतिरिक्त टीमें पंजाब से एयरलिफ्ट कर रहे हैं. ये टीमें देर रात तक गुजरात पहुंचेंगी.

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अगर आपको नही पता तो बता दे कि चक्रवात ‘निसर्ग’ के मद्देनजर महाराष्ट्र के पालघर जिले के गांवों से 21 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इस तूफान के तीन जून को राज्य के पश्चिमी तट से टकराने की संभावना है. जिलाधिकारी कैलास शिन्दे ने मंगलवार को बताया कि वसई, पालघर, दहानु और तालासरी तालुकाओं के 21,080 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. उन्होंने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन कार्यक्रम लागू कर दिया गया है. इस अवधि में सभी औद्योगिक और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे. जिलाधिकारी ने कहा कि मछुआरों से चार जून तक समुद्र में न जाने को कहा गया है. चक्रवात के मद्देनजर राज्य में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 10 टीमें तैनात की गई हैं.

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