एक तरफ महाराष्ट्र को कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है. दूसरी तरह राज्य में भीषण तबाही मचाने के बाद चक्रवात निसर्ग कमजोर होने लगा है. मौसम विभाग के अनुसार यह धीरे-धीरे और कमजोर होगा. मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार निसर्ग अब उत्तर-पूर्व महाराष्ट्र की ओर बढ़ रहा है. अब नासिक, धुले और नंदुरबार जिलों पर असर पड़ने की संभावना है. मौसम विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने जानकारी देते हुए कहा कि निसर्ग के जमीन से टकराने के दौरान हवा की गति 120 किलोमीटर प्रतिघंटा रही. नूतन ने करियर के टॉप पर काम कर रहे रजनीश बहल से की थी शादी इस मामले को लेकर महापात्र के अनुसार यह तूफान पुणे के ऊपर केंद्रित है. तूफान कमजोर होकर तूफानी चक्रवात (Cyclonic Storm) में तब्दील हो गया है. हवा की गति 65 से 75 किलोमीटर प्रतिघंटा हो गई है. छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आवागमन शुरू हो गया है. निसर्ग ने गुजरात के दक्षिणी तट पर कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचाया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गुजरात सरकार ने आठ जिलों के तटीय क्षेत्रों के 63,700 से अधिक लोगों सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया था. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 18 टीमों और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की छह टीमों को बचाव कार्य के लिए तैनात किया गया था. पैसा चुकाने की बात कह चुका है भगोड़ा माल्या, भारत आते ही हो सकती है जेल आपकी जानकारी के लिए बता दे कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से चक्रवात के कारण तबाही के कारण लोगों की मदद करने का आग्रह किया. समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार पवार ने एक बयान में कहा कि चक्रवात ने सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है और एनसीपी कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे इस घटना से प्रभावित लोगों की मदद करें. S-400 रक्षा प्रणाली की आपूर्ति में हो सकती है देरी, भारत को करना होगा इंतजार कोरोना से बहाल यात्रीयों को रेलवे का तोहफा, रिफंड किया टिकट का पैसा आइएएस ने झांसा देकर महिला के साथ किया दुष्कर्म, आरोप लगने के बाद हरकत में आया प्रशासन