नई दिल्ली - टाटा संस ने साइरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटा क्या दिया यह खबर अख़बारों की सुर्खियां बन गई. चयन समिति ने चार महीनों के लिए रतन टाटा को अंतरिम चेयरमैन नियुक्त किया है. अब नया चेयरमैन कौन होगा, इसका फैसला एक समिति करेगी. बता दें कि ग्रुप के चेयरमैन पद से हटने के बाद साइरस मिस्त्री को टाटा के सभी पद छोड़ना पड़ेंगे. इस बीच रतन टाटा ने कहा मेरी नियुक्ति सीमित अवधि के लिए, जल्द नया नेतृत्व पदभार संभालेगा. ' उन्होंने ये भी कहा कि टाटा में ऑनरश‍िप की लड़ाई नहीं है. हालाँकि मिस्त्री परिवार के लिए यह बहुत बड़ा झटका है. मिस्त्री परिवार का टाटा में करीब 16-18 फीसदी हिस्सेदारी है, जो कि उन्हें सबसे बड़ा व्यक्तिगत शेयरधारक बनाता है और ये गैर-टाटा शेयरधारक भी है. सबसे ख़ास बात यह है कि टाटा संस ने मिस्त्री को हटाने का कारण नहीं बताया है. इस बीच चेयरमैन पद से हटाए जाने से नाराज साइरस मिस्‍त्री ने इस फैसले के खिलाफ कोर्ट जाने का फैसला किया है. गौरतलब है कि मिस्त्री ने रतन टाटा के 75 वर्ष की आयु पूरी करने पर उनकी सेवानिवृत्त के बाद 29 दिसंबर 2012 को चेयरमैन का पद भार संभाला था. इसके पूर्व मिस्त्री को वर्ष 2011 में कंपनी में चेयरमैन रतन टाटा का उत्तराधिकारी चुना गया था और उन्हें पहले डिप्टी चेयरमैन बनाया गया. टाटा संस के चेयरमैन पर दर मिस्त्री का चुनाव पांच सदस्यीय एक समिति ने किया था. टाटा संस से मिस्त्री की बिदाई, रतन टाटा को कमान