जबलपुर : देशभर में दबंग और दलितों के बीच विवाद की बात सामने आ रही है। कहीं दलित पिटाई हो रही है तो कहीं दलितों को मंदिर में प्रवेश करने से रोका जा रहा है। ऐसे में मध्यप्रदेश के पनागर तहसील में दबंगों पर जातिगत भेदभाव के कारण शव यात्रा निकालने हेतु रास्ता नहीं देने का आरोप भी लगाया गया है। इसके बाद मृतक के परिजन को तालाब से होकर शवयात्रा निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा। दरअसल गांव में शमशान घाट की ओर जाने वाली कच्ची सड़क बारिश में प्रभावित हुई। यह सड़क डूब की जद में आ गई। ऐसे में यहां से आवाजाही हेतु खेत का रास्ता ही शेष था मगर पिछड़ी जाति के लोगों को उस रास्ते से शव यात्रा निकालने से रोक लगा दी गई। ऐसे में परिवार को तालाब से होकर शवयात्रा निकालनी पड़ी। दरअसल यह शासकीय अधिकार वाली जमीन है। मगर दबंगों ने इस पर अपना कब्जा जमा लिया है। दरअसल हैरानी इसमें है कि शासन द्वारा इस पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। जबलपुर के कलेक्टर द्वारा यह कहा गया कि इस आपसी विवाद का मसला है। हालांकि दबंग और दलित विवाद से प्रशासन ने इन्कार कर दिया है। प्रशासनिक अधिकारियों का तो यही कहना है कि यह एक ही जाति के लोगों के बीच विवाद का मसला है। मगर जानकारी यह सामने आई है कि दलितों ने आरोप लगाया कि दबंग उन्हें खेत से शवयात्रा निकालने नहीं दे रहे हैं। जिसके बाद उन्हें शवयात्रा को तालाब से होकर ले जानी पड़ी। इसके बाद दलित वर्सेस दबंग का मसला एक बार फिर राजनीतिक मसले के तौर पर विवाद का विषय बन सकता है। एंबुलेंस नहीं मिली तो लाश की गठरी बनाकर पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाया जब पत्नी का शव कन्धे पर रखकर 10 किमी तक पैदल चला पति !