मंदसौर: शादियों का मौसम लोगों के घरों में खुशियां लेकर आता है, मगर समाज की रूढ़िवादी सोच का प्रभाव शादियों में भी देखने को मिलता है। मध्य प्रदेश के कई शहरों से इन दिनों दबंगों द्वारा दलित दूल्हे की बारातें घोड़े पर नहीं निकाले जाने से रोकने के केस निरंतर सामने आ रहे हैं। राज्य के मंदसौर जिले से ऐसी ही एक घटना सामने आई है, तत्पश्चात, पूरे मामले में पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। सोमवार को सीतामऊ थाना इलाके के ग्राम बापच्या में दलित दूल्हे की बारात को गांव में निकलने से रोकने का प्रयास किया। मामले की खबर प्राप्त होते ही पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद पुलिस की मौजूदगी में बारात गांव में निकली। बारात में लोगों ने खूब डांस किया, इस के चलते युवक नायक नहीं खलनायक हूं मैं गाने पर खूब नाचे, गौर तलब है कि यह पहला मामला नहीं है, पहले भी जिले के ग्रामीण अंचल में बदमाशों द्वारा दलितों की बारात रोके जाने के कुछ मामले सामने आ चुके हैं। जिनमें पुलिस ने अपराधियों पर मुकदमा दर्ज भी किया है तथा पुलिस की मौजूदगी में ही बारात को निकाला जा सका। दूल्हे के भाई का इल्जाम है की गांव के दबंग बारात को गांव में से नहीं निकलने दे रहे थे, जिसकी खबर पुलिस को दी गई, मौके पर पुलिस पहुंची तथा पुलिस की मौजूदगी में ही बारात निकाली गई। वहीं घटना को लेकर सीतामऊ टीआई दिनेश प्रजापति ने बताया की दूल्हे जुझार नायक की बारात रोके जाने जैसी कोई घटना नहीं है, विवाद की खबर ग्राम बापच्या से हमें मिली थी तत्पश्चात, पर्याप्त संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचाया गया जिससे कोई विवाद के हालात ना बने तथा पुलिस की मौजूदगी में बारात को निकाला गया। बेहद सस्ते में केदारनाथ और बद्रीनाथ घूमने का मौक़ा, IRCTC लेकर आया है शानदार पैकेज ट्रैन में यात्रा करने वाले सावधान! इन लोगों से रेलवे ने वसूला 23 करोड़ रुपये से ज्यादा का जुर्माना कान्स फिल्म महोत्सव में आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर पहली बार सम्मानित होगा भारत