नई दिल्ली : थलसेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने पूर्व सेना प्रमुख और विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि वीके सिंह ने उन्हें प्रताड़ित किया था। दरअसल सर्वोच्च न्यायालय में दाखिल किए गए हलफनामे में यह दावा किया गया कि जब वीके सिंह सेना प्रमुख के पद पर थे उसी दौरान उनकी पदोन्नति को रोकने के लिए कई तरह के झूठे आरोप लगाए गए। दलबीर सिंह सुगाह को सेना प्रमुख बनने से रोकने में सेवानिवृत्त जनरल वीके सिंह ने रोड़े लगाए। इस मामले में दलबीर सिंह ने कहा कि वीके सिंह ने सर्वोच्च न्यायालय में याचिकाऐं दायर कीं और प्रयास किए कि सुहाग सेना प्रमुख न बन सकें। दरअसल सुहाग को लेकर वरीयता ताक पर रखने का आरोप भी लगाया गया। इतना ही नहीं यह भी कहा गया कि सुहाग ने व्यक्तिगत हैसियत से हलफनामा दायर कर दिया है। इस मामले में सुहाग ने आरोप लगाया कि तत्कालीन सेना प्रमुख उन्हें सेना का शीर्ष पद प्राप्त करने से रोकने हेतु 19 मई 2012 को जारी नोटिस में दुर्भावनापूर्ण व मनमाने तरीके से आरोप लगाए हुए है। इस मामले में सेना प्रमुख द्वारा कहा गया कि कोर्ट आॅफ इन्क्वायरी में सबूत न मिलने के बाद नोटिस जारी कर दिया गया। यह किसी भी तरह के न्यायिक निर्णय के विरूद्ध था।