नकल न करवाने पर दलित छात्रा पर अत्याचार

पटियाला के टोहड़ा गांव के सीनियर सेकेंडरी स्कूल की दलित छात्रा ने पिछले एक साल से हो रहे अत्याचार की आपबीती, अनुसूचित जाति आयोग को एक पत्र लिखकर बताई है.

दलित छात्रा वीरपाल कौर ने बताया कि मार्च 2017 में 10वीं कक्षा की परीक्षा में उसे स्कूल के क्लर्क ने, उसके भतीजे और दो अन्य लड़कों को नकल करवाने के लिए कहा था, मगर उसने ऐसा नहीं किया. पिछले साल जून में रिजल्ट आने के बाद तीनों लड़के फेल हो गए. तब तीनों ने मिलकर उसे स्कूल में ही सबके सामने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था और एक फर्जी फेसबुक पोस्ट बनाकर उसे बदनाम करने की कोशिश की थी. तब उसके पिता ने भादसों थाने में इसकी शिकायत दर्ज करवाई, तो तीनों आरोपियों ने छात्रा से माफी मांगी और बताया कि फेसबुक पोस्ट क्लर्क के कहने पर अपलोड की थी.

माफी के बाद भी उस पर अत्याचार जारी रहा. उस पर जातीय टिप्पणियां की गई, कक्षा में आगे नहीं बैठने दिया. लड़के ऊंची जाति के थे, इसलिए पड़ोसियों ने उसके परिवार को पानी देना भी बंद कर दिया. आखिरकार उसने नवंबर 2017 में अनुसूचित जाति आयोग से शिकायत की. आयोग ने मामले पर संज्ञान लेते हुए पटियाला के डीएसपी जसकीरत सिंह को जांच सौंप दी. पंजाब के दलित नेता डॉक्टर जितेंद्र सिंह मट्टू ने चेतावनी दी है कि यदि छात्रा को न्याय नहीं मिला, तो पंजाब के दलित सड़कों पर उतरकर विरोध जताएंगे. 

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