लखनऊ: उत्तर प्रदेश निकाय और लोकसभा चुनाव की तैयारी में लगी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने दलितों को लखनऊ से संदेश दिया है। मायावती ने कहा कि, राज्य में बसपा के कमजोर होने संबंधी दुष्प्रचार से दलित समाज सतर्क रहे। उन्होंने आम जनता को भी सावधान करने की सलाह दी। मायावती ने रविवार (2 अप्रैल) को बसपा की प्रदेश इकाई के वरिष्ठ पदाधिकारियों और सूबे के सभी 75 जिलों के पार्टी अध्यक्षों की विशेष बैठक में विरोधी पार्टियों पर बसपा को कमजोर करने के लिए दुष्प्रचार करने का इल्जाम लगाया। हालांकि, इस दौरान मायावती ने अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन मामले में कोई बात नहीं की। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि, विरोधी दल उत्तर प्रदेश में बसपा को कमजोर करने के साथ-साथ दलितों को भ्रमित करके उन्हें पार्टी आंदोलन से अलग करने की साजिश रचते हैं और मीडिया के जरिए दलित वोट बैंक में दरार पड़ने की विषैली व घिनौनी खबरें प्रचारित व प्रसारित करते रहते हैं। हालांकि, इन खबरों में रत्तीभर भी असलियत नहीं होती है। मायावती ने कहा कि, इसीलिए बहुजन समाज को, विशेषकर दलित समाज को विरोधी पार्टियों के ऐसे दुष्प्रचार व इसी तरह के अन्य हथकंडों से खुद भी सजग रहना है और दूसरों को भी आगाह करते रहना है। उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर हमला बोलते हुए कहा कि, सपा की जोड़तोड़ और छलावे की घिनौनी राजनीति चलने वाली नहीं है। दलित और अति पिछड़े तो पहले से ही सपा से बहुत सजग व सतर्क हैं। अब मुस्लिम समाज भी सपा के छलावे, बहकावे और झांसे में आने वाला नहीं है। क्या राजस्थान में भाजपा ने वसुंधरा खेमे को दिया झटका ? राजेंद्र राठौड़ बने नेता प्रतिपक्ष 'यदि मैं कांग्रेस अध्यक्ष होता तो..' थरूर ने बताया 2024 लोकसभा चुनाव के लिए क्या करते ? 'हमारी लड़ाई भारत सरकार और PM मोदी से है, आप बीच में न पड़ें', CM सरमा को SFJ से मिली खुली धमकी