जगदलपुरः छत्तीसगढ़ में हुए उपचुनाव में बीजेपी को करारा झटका लगा है। यह झटका बड़ा इसलिए है क्योंकि 15 सालों तक सत्ता में रहने वाली बीजेपी का आज बस्तार संभाग में एक भी विधायक नहीं है। दिसम्बर 2018 में हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बस्तर संभाग की 12 सीटों में से सिर्फ दंतेवाड़ा ही भाजपा जीत पाई थी। तब भाजपा के भीमा मंडावी ने कांग्रेस की वर्तमान में निर्वाचित हुईं प्रत्याशी देवती कर्मा को 2169 मतों से हराया था। अब देवती ने भीमा की पत्नी ओजस्वी मंडावी को 11331 मतों से शिकस्त दी है। भीमा मंडावी की हत्या की वजह से हुए उपचुनाव में सहानुभूति बड़ा फैक्टर था। 2019 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान नक्सलियों ने विस्फोट करके भीमा मंडावी की गाड़ी उड़ा दी थी। इससे पहले 2013 के विधानसभा चुनाव से पूर्व झीरम घाट में कांग्रेस काफिले पर हुए हमले में देवती कर्मा के पति पूर्व मंत्री महेंद्र कर्मा मारे गए थे। 2008 में भीमा ने कर्मा को हराया था, 2013 में कर्मा की बेवा देवती ने भीमा को हराया, 2018 में भीमा देवती को हराने में सफल रहे थे। अब एक साल के भीतर हुए उपचुनाव में भाजपा के पक्ष में सहानुभूति नहीं दिखी और कांग्रेस फिर जीत गई। अभी बस्तर की ही चित्रकोट विधानसभा में उपचुनाव हो रहे हैं। भाजपा नेताओं का कहना है कि चित्रकोट में हिसाब बराबर कर लेंगे। कांग्रेस विधायक दीपक बैज के सांसद बनने के कारण चित्रकोट सीट खाली हुई है। बता दें कि बीते साल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शऩ करते हुए 15 सालों से सत्ता में तमीं बीजेपी को उखाड़ फेंका था। इन चुनावों में कांग्रेस को भारी बहुमत मिला था। दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी ने पूरा किया अपनी माँ द्वारा किया गया वादा गोवा: नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप में बीजेपी एमएलए के खिलाफ मामला दर्ज तमिलनाडुः मंत्री ने कांग्रेस सांसद को चप्पल से मारने की अपील की