नई दिल्ली: फेसबुक डेटा लीक मामले के रौशनी में आने के बाद से डेटा चोरी को लेकर सरकार और सुप्रीम कोर्ट दोनों चिंतित है. आधार के डेटा की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट लगातार चिंता जता रहा है वहीं डिजिटल सिक्योरिटी फर्म जेमाल्टो का कहना है कि 2017 में भारत से 32.40 लाख डेटा चोरी हुआ है. ये चोरी सरकारी संस्थानों के अलावा निजी संस्थानों में भी की गई. फर्म का दावा है कि डेटा चोरी में बीते साल 783 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई है. वैश्विक स्तर पर डेटा चोरी या फिर उसे सार्वजनिक करने के दो अरब मामले सामने आए हैं. जबकि पिछले पांच साल की बात की जाए तो वैश्विक स्तर पर दस अरब से ज्यादा डेटा या तो चोरी हुआ या फिर वह कहीं गुम हो गया. फर्म का कहना है कि कंपनी डेटा चोरी की घटनाओं को सीमित करने के लिए सुरक्षा दायरा बना सकती हैं. फर्म के उपाध्यक्ष व मुख्य तकनीकी अधिकारी जेसोन हार्ट का कहना है कि कंपनियों को इस तरफ संजीदगी से ध्यान देना होगा. गौरतलब है कि अमरीकी कैंब्रिज एनालिटिका नमक कंपनी के द्वारा किये गए डाटा लीक के खुलासे के बाद देश में इस मुद्दे को लेकर भूचाल सा आ गया था और फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को मामले पर माफ़ी तक मांगनी पड़ी थी. डेटा लीक केस : समिति के सामने जकरबर्ग ने मांगी माफी फेसबुक के बाद अब यूट्यूब पर आरोप फेसबुक के बाद अब व्हाट्सएप करेगा हेरा-फेरी ?