भागलपुर सिविल कोर्ट में कार्यरत चतुर्थवर्गीय कर्मचारी जगदीश साह की पुत्री जूली कुमारी ने अपने पिता के सभी सपनों सफलता की उड़ान दी है . वह 29 वीं बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में सफलता पाकर सिविल जज बन गई है. प्रदेश में 194 लोगों की सफलता के बीच वह 251 अंकों के साथ ईबीसी कोटे में 24वें स्थान पर रही. उसे असैनिक न्यायाधीश का पद मिला है. अपनी मेहनत और पिता के सपोर्ट से अब वह उसी कुर्सी पर बैठेगी, जिसकी चाकरी उसके पिता करते रहे. वर्ष 2011 में लॉ की परीक्षा पास करने के बाद जूली बिहार न्यायिक सेवा की परीक्षा की तैयारी में लग गई. इसी बीच वर्ष 2009 में कजरैली के केलापुर गांव में सुबल कुमार से शादी हुई. साधारण परिवार में जन्मी जूली को पढ़ाई से बहुत लगाव था और सफलता पाने तक वह चैन से नहीं बैठी. उन्होंने बताया कि पहले ही चांस में न्यायिक सेवा परीक्षा में पास की है. सफलता पाने को लेकर वह आश्वस्त थी और रिजल्ट का इंतजार कर रही थी. जूली ने कहा कि कड़ी मेहनत व लगन के साथ बड़ों के आशीर्वाद से सफलता मिली है. NTPC प्लांट में हुआ जोरदार धमाका GST का विनिर्माण गतिविधियों पर हुआ बुरा असर चौथे दिन बाज़ार में शुरुआती तेजी