मलयालम के जाने माने निर्देशक एन.के.कांडी उर्फ 'केवटवन' नंदू महज दस लाख रुपये के बजट के साथ एक हीस्ट / मर्डर मिस्ट्री / साइको-थ्रिलर फिल्म लेकर आए हैं। यदि किसी और चीज के लिए नहीं, तो यह फिल्म निश्चित रूप से बहुत सारे फिल्म निर्माताओं को प्रेरित करेगी कि वे एक पूर्ण बजट फिल्म की लागत को खींचने की संभावनाओं के बारे में, जो आमतौर पर एक मध्यम बजट की फिल्म की शूटिंग के लिए होती है। कहानी ऑस्ट्रेलिया में सेट की गई है और अन्नम (अन्नम) अपने प्रेमी जोसेफ (अवधेश) से शादी के दिन भाग जाती है और दोनों एक दूसरे के साथ रहने का वादा करते हुए एक दूसरे के साथ रहने लगते हैं। इसके साथ ही जोसेफ गलती से एक मरते हुए गैंगस्टर से मिलता है और घर से नकदी का एक बैग ले जाता है।वहीं डॉन और उसके गुर्गे अवध के लिए शिकार करने आते हैं और लोग एक-एक करके मारे जाने लगते हैं और झटके में अन्नम की भी हत्या कर दी जाती है।वहीं एक साल के बाद अन्नम के नंबर से कॉल आता है और वह उससे बोलना शुरू करती है।इसके साथ ही क्या फोन करने वाला अन्नम का भूत है, पैसे और गैंगस्टरों का क्या हुआ और जिसने अननाम को मार दिया, वह 'डे नाइट' है। अन्नम के पास एक आकर्षक लड़की है जो अगले दरवाजे की तरह दिखती है और शुरुआती दृश्यों में वह लूसू पोंनू के रूप में सामने आती है परन्तु जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है वह हर दृश्य में सुधार करती दिखती है और अंत तक वह फिल्म में सबसे यादगार किरदार होता है। इसके साथ ही अवध नायक की भूमिका निभाने की पूरी कोशिश करता है परन्तु उसका शौकिया अभिनय उसे निराश कर देता है। शॉन जोजो द्वारा निभाया गया गैंगस्टर बुरी तरह से झुलसा हुआ है और इसलिए कोई प्रभाव नहीं डालता है। इसके साथ ही गूंगे गुलदार की भूमिका निभाने वाले अभिनेता ने अच्छा काम किया है। कांडी खुद साइको के रूप में दिखाई देता है और पूरे दूसरे हाफ में हावी रहता है परन्तु उसके पास भावनात्मक विभाग में जाने के लिए बहुत मील है। लीक हुई तस्वीर पर बाला ने दी सफाई बिग बॉस की कंटेस्टेंट वीना के पति ने किया इमोशनल पोस्ट जाने वारने अवश्यामुण्ड का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन