क्विटो: कोरोना वायरस आज के समय में पूरी दुनिया में महामारी ही नहीं बल्कि लोगों की जान का दुश्मन बन चुका है. जिसके कारण आज पूरी दुनिया का हाल बेहाल हो चुका है. हर दिन कोरोना के संपर्क में आने से न जाने कितनी जिंदगियां बर्बाद हो रही है, कितने परिवार तवाह हो रहे है. इसका अंदाज़ा भी नहीं लगाया जा सकता है. और वहीं अब तक इस वायरस की चपेट में आने से लगभग 69000 से अधिक मौतें हो चुकी है. जंहा अब भी यह नहीं कहा जा सकता की इस वायरस का प्रकोप कब तक समाप्त होगा. या फिर कब तक इस वायरस से निजात मिल सकता है. मिली जानकारी के अनुसार लैटिन अमेरिकी देश इक्वाडोर के कोरोना प्रभावित शहर गुयाक्विल (Guayaquil) की गलियों में पड़े शवों को लेकर उपराष्ट्रपति ओटो सोनेनहोल्जनर ने जनता से माफी मांगी है. स्थानीय लोगों ने इन शवों की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी. तटीय शहर गुयाक्विल की गलियों में ऐसे लावारिश शवों की संख्या करीब 150 है. कोरोना संक्रमण को लेकर खौफ ऐसा है कि लोग शवों के पास नहीं जा रहे. देश में कोरोना के खिलाफ लड़ाई की अगुआई कर रहे उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने इससे पहले कभी ऐसा नहीं देखा था. उपराष्ट्रपति ओटो सोनेनहोल्जनर (Otto Sonnenholzner) ने माफी मांगते हुए उन्होंने शवों को हटाने का आदेश जारी किया है. अधिकारियों ने इस हफ्ते की शुरुआत में 150 शवों को सड़कों और घरों से अपने कब्‍जे में लिया है लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं की कि मृतकों में से कितनों को कोरोना संक्रमण था. उपराष्ट्रपति ओटो सोनेनहोल्जनर (Otto Sonnenholzner) ने अपने बयान में कहा है कि हमने जो तस्‍वीरें देखीं हैं... उन्‍हें वैसा नहीं होना चाहिए था. मैं इसके लिए माफी मांगता हूं. बता दें कि इक्वाडोर में कोरोना वायरस से 3,500 लोग संक्रमित हैं जबकि 172 मरीजों की मौत हो चुकी है. संक्रमण रोकने के लिए देश में आपातकाल लगा दिया गया है. लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले इस शख्स को पुलिस ने मारी गोली इस देश ने कोरोना संक्रमण पर लगाई लगाम कोरोना संक्रमण फैलने के दौरान चीन से अमेरिका में दाखिल हुए थे 4 लाख लोग