गुवाहाटी : असम में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है. गुवाहाटी के एक अस्पताल के डॉक्टरों ने जिस कॉलेज छात्र को मृत घोषित कर दिया था वह जिंदा निकला. इस मामले में परिवार वालों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. मिली जानकारी के अनुसार उक्त युवक गारगांव कॉमर्स कॉलेज का छात्र होकर शिवसागर का निवासी है. युवक की पहचान बोनी बोरगोहेन के रुप में हुई है. बता दें कि बीती रात उसे गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां जीएमसीएच के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.यही नहीं उसे मरा हुआ समझ कर मुर्दाघर भेज दिया. जहाँ वह 12 घंटे पड़ा रहा. जब उसके परिजनों को इस घटना का पता चला तो अस्पताल पहुँच कर उन्होंने शव को दिखाने की मांग की. परिजन यह देखकर चौंक गए कि बोनी की धड़कने चल रही थी और वह जिन्दा था वह सांस भी ले रहा था. उसे तुरंत नेमकेयर अस्पताल भेजा गया. इस घटना में परिवार वालों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. यह तो गनीमत रही कि परिजन समय पर पहुँच गए अन्यथा उसकी जिन्दा रहते हुए मुर्दाघर में मौत हो जाती. यह भी देखें असम में अपराध का ग्राफ बढ़ा मेथानाॅल के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करेगा असम पेट्रोकेमिकल्स