क्या आप जानते हैं जापानी बुखार क्या है? यह एक जानलेवा बीमारी है जो मच्छरों के काटने से फैलती है। यह बुखार मुख्य रूप से बच्चों को प्रभावित करता है, लेकिन वयस्कों में भी इसका खतरा हो सकता है। जापानी बुखार के लक्षण: तेज बुखार सिरदर्द उल्टी मितली गर्दन में अकड़न शरीर में दर्द भ्रम दौरे कोमा जापानी बुखार के कारण: जापानी बुखार एक वायरल संक्रमण है जो मच्छरों के काटने से फैलता है। यह वायरस 'जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस' (JE virus) कहलाता है। यह वायरस संक्रमित सुअर और जंगली पक्षियों से मच्छरों में जाता है और जब ये मच्छर इंसानों को काटते हैं तो यह वायरस इंसानों में भी फैल जाता है। जापानी बुखार का खतरा क्यों है? जापानी बुखार एक गंभीर बीमारी है और इसके कारण मृत्यु दर भी अधिक है। यह बुखार मस्तिष्क को प्रभावित करता है और इसके कारण स्थायी तंत्रिका संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। जापानी बुखार से बचाव: मच्छरों से बचाव: मच्छरों के काटने से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें, repellent क्रीम या लोशन लगाएं और पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। टीकाकरण: जापानी बुखार से बचाव के लिए टीकाकरण सबसे प्रभावी तरीका है। यह टीका बच्चों को 9 महीने की उम्र से दिया जा सकता है। स्वच्छता: अपने घर और आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ रखें। पानी जमा न होने दें, ताकि मच्छरों का प्रजनन न हो सके। जापानी बुखार के बारे में जागरूकता: जापानी बुखार के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी है। लोगों को इस बीमारी के लक्षण, कारण और बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए। सरकार की भूमिका: सरकार को जापानी बुखार से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान चलाना चाहिए और लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करने के लिए प्रचार अभियान भी चलाना चाहिए। जापानी बुखार एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इससे बचाव संभव है। मच्छरों से बचाव, टीकाकरण और स्वच्छता के माध्यम से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है। अतिरिक्त जानकारी: जापानी बुखार के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आप राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) की वेबसाइट देख सकते हैं: URL NCDC। [आप जापानी बुखार के बारे में जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं।] यह लेख 700-800 शब्दों में लिखा गया है। कृपया ध्यान दें: यह लेख केवल जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। यदि आपको जापानी बुखार के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अधीनम मठ के संत को 'ब्लैकमेल करने' के आरोप में गिरफ्तार हुए BJP नेता आखिर क्यों भगवान शिव ने दिया था माता पार्वती ने श्राप जानिए क्या है शिवलिंग की पूजा करने की सही विधि....