भारत में 3 मई तक लॉकडाउन लागू किया गया है. वही, केंद्र सरकार ने बढ़ते आर्थिक बोझ को देखते हुए अपने खर्चों में कटौती करनी शुरू कर दी है. इस दिशा में आगे बढ़ाते हुये सरकार ने अपने कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को मिलने वाले महंगाई भत्ते की नई किस्तों पर एक जुलाई 2021 तक के लिये रोक लगा दी है. वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि केंद्रीय सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए 1 जनवरी 2020 के वास्ते दिए जाने वाले महंगाई भत्ते (DA) और महंगाई राहत (DR) का भुगतान नहीं किया जाना चाहिए. खुशखबरी : जनधन खातों में जमा पैसा बढ़ा, जानें क्या है वजह इस मामले को लेकर मंत्रालय ने यह भी कहा कि 1 जुलाई 2020 और 1 जनवरी 2021 के DA और DR का भी भुगतान न हो. जो DA रोका जा रहा है उसका एरियर के तौर पर भुगतान भी नहीं होगा. हालांकि, मंत्रालय ने यह जरूर कहा कि मौजूदा दरों पर महंगाई भत्ता और महंगाई राहत का भुगतान जारी रहेगा. सरकार को चालू वित्त वर्ष 2020-21 और अगले वित्त वर्ष 2021-22 में कुल मिलाकर 37,530 करोड़ रुपये की बचत होगी. हालांकि, कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को महंगाई भत्ते के मौजूदा स्तर पर भुगतान होता रहेगा. इस फैसले से 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 61 लाख पेंशनभोगियों पर असर पड़ेगा. कोरोना संकट में IRDAI का बड़ा ऐलान, हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों को दिया ये आदेश आपकी जानकारी के लिए बता दे कि कोरोना संकट की वजह से केंद्र सरकार अपनी कई योजनाओं में लगातार कटौती कर रही है. पहले केंद्र सरकार ने राज्यसभा में केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशन भोगियों के लिए एक जनवरी 2020 से महंगाई भत्ता (DA) और महंगाई राहत (DR) का भुगतान करने के लिए कहा था. हिलाकर रख देगी भारत की आर्थिक वृद्धि दर में अनुमानित गिरावट तेजी से हो रहा क्रेडिट और डेबिट कार्ड का इस्तेमाल, गुम हो जाने पर करें यह काम इंडिगो ने वापस लिया अपना फैसला, नहीं काटेगी कर्मचारियों का वेतन