दिग्विजय सिंह: इस राजनितिक दिग्गज पर रोइ थी सियासत की कई बड़ी हस्तियां

बिहार के दिग्गज राजनेता दिग्विजय सिंह का जन्म 14 नंवबर 1955 को बिहार के जमुई में सुरेंद्र सिंह के घर हुआ था। वह अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे। उन्होंने एमए की पढ़ाई पटना विश्वविद्यालय से पूरी की और उसके बाद एमफिल करने दिल्ली पहुँच गए। जहां उन्होंने जेएनयू से एमफिल किया। उसके बाद कुछ वक़्त के लिए दिग्विजय सिंह टोकियो विश्वविद्यालय भी गए।

अपनी सियासी जीवन की शुरुआत दिग्विजय सिंह ने जेएनयू से किया। उसके बाद 1990 में वह प्रथम बार राज्यसभा पहुंचे और इसके साथ ही 1990-91 में ही चंद्रशेखर के कैबिनेट में वह मंत्री भी रहे। अपने 55 वर्ष के जीवन में दिग्विजय सिंह 5 बार संसद सदस्य रह चुके थे। तीन दफा लोकसभा (1998,1999,2009) और दो बार राज्यसभा (1990, 2004) के सांसद। इतना ही नहीं एनडीए के कार्यकाल में 1999-2004 के बीच दिग्विजय सिंह अटल बिहारी बाजपेयी के कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके थे।

वह जार्ज फर्नाडिंस के सबसे नजदीकी माने जाते थे। इसी कारण 2009 में हुए 15वीं लोकसभा चुनाव के समय उन्हें पार्टी ने लोकसभा का टिकट देने से मना कर दिया। उसके बाद भी दिग्विजय सिंह ने हार नहीं मानी और बिहार में जदयू की लहर होने के बावजूद बांका से लोकसभा का चुनाव निर्दलीय लड़ा और भारी मतों से जीत दर्ज की। 24 जून 2010 को लंदन में ब्रेन हैमरेज की वजह से उनका निधन हो गया। उनके निधन पर लालू प्रसाद यादव सहित कई राजनितिक दिग्गजों ने शोक जताया था।

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