नई दिल्ली: आज देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पुण्यतिथि है, 31 अगस्त 2020 को उन्होंने देहत्याग किया था। वे लम्बे समय तक कांग्रेस के दिग्गज और गांधी परिवार के करीबी नेता रहे थे। माना जाता है कि, वे भारत पर शासन करने वाले गांधी परिवार की अंदरूनी बातों से भी भली भाँती परिचित थे। इसी बीच मुखर्जी की किताब ‘द प्रेसिडेंशियल ईयर्स’ भी सुर्खियों में बनी हुई है। इस किताब में प्रणब मुखर्जी ने देश के प्रथम पीएम जवाहर लाल नेहरू को लेकर हैरान करने वाला दावा किया है। मुखर्जी ने अपनी किताब में कहा है कि नेपाल, भारत का हिस्सा बनना चाहता था, मगर नेहरू ने नेपाल के भारत में विलय करने के राजा त्रिभुवन बीर बिक्रम शाह के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। मुखर्जी ने अपनी किताब में यह भी कहा कि यदि उनके स्थान पर इंदिरा गांधी होतीं, तो शायद यह प्रस्ताव कभी नहीं ठुकरातीं। Koo App भारत रत्न से सम्मानित पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि। देश के लिए आपके आजीवन संघर्ष, समर्पण, अनवरत सेवाभाव एवं राष्ट्रपति के रूप में गौरवशाली कार्यकाल को ये देश सदैव याद रखेगा। #pranabmukherjee #प्रणबमुखर्जी View attached media content - Arjun Ram Meghwal (@ArjunRamMeghwal) 31 Aug 2022 ऑटोबायोग्राफी ‘द प्रेसिडेंशियल ईयर्स’ के चैप्टर 11 'माई प्राइम मिनिस्टर्स: डिफरेंट स्टाइल्स, डिफरेंट टेम्परमेंट्स' शीर्षक के तहत पूर्व राष्ट्रपति ने लिखा है कि राजा त्रिभुवन बीर बिक्रम शाह ने जवाहरलाल नेहरू को यह प्रस्ताव दिया था कि नेपाल का भारत में विलय कर उसे एक प्रांत बना दिया जाए, मगर तब तत्कालीन पीएम ने इस प्रस्ताव को ठुकरा कर दिया था। उन्होंने आगे लिखा है कि अगर इंदिरा गांधी नेहरू की जगह होतीं, तो इस मौके को हाथ से जाने नहीं देतीं, जैसे उन्होंने सिक्किम के साथ किया था। जहांगीरपुरी दंगों के आरोपी बाबुद्दीन को दिल्ली HC ने दी जमानत, कहा- वो तो सिर्फ खड़ा था... केरल के दो युवाओं की ब्रिटेन की झील में डूबकर मौत हुबली के ईदगाह मैदान में ही होगा गणेश उत्सव, कर्नाटक HC ने ख़ारिज की अंजुमन इस्लाम की याचिका