पटना: बिहार के मुजफ्फरनगर में एक चौंकाने वाला केस सुनने को मिला है, यहां पंचायत सचिव ने एक व्यक्ति का 11 वर्ष में दो बार मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जा चुका है। इस केस के उजागर होने के उपरांत प्रशिक्षु IAS और मड़वन की बीडीओ खुशबू गुप्ता ने जिला पंचायती राज पदाधिकारी से सचिव के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। ऐसी सूचना दी गई कि जिला पंचायत सचिव बिना जांच के मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे है। मड़वन के मकदुमपुर कोदरिया पंचायत निवासी मो. एनुल हक के नाम पर वर्ष 2009 में मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया था। इस केस की कार्रवाई की तो पता चला कि शहनवाज आलम नामक व्यक्ति ने समीना खातून के नाम से गलत शपथ पत्र देकर फिर से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करवाया गया है। इस केस को लेकर प्रशिक्षु आईएएस और मड़वन की BDO ने पंचायत के विरुद्ध कार्रवाई की अपील की है। प्रशिक्षु IAS ने सूचना दी कि पंचायत सचिव ने बिना जांच के ही दोबारा मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। जिसके अतिरिक्त पंचायत रजिस्टर में मृत्यु प्रमाण पत्र से जुड़ी जानकारियां भी उपलब्ध नहीं किया जाने वाला है। प्रशिक्षु आईएएस ने सूचना दी कि इस बात से स्पष्ट होता है कि पंचायत सचिव ने जान बूझकर दोबारा मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया है, इसलिए उनके विरुद्ब जांच की जाने वाली है। हिसार में युवती के साथ सामूहिक बलात्कार, किडनैप कर होटल ले गए थे दरिंदे ईमेल केस: क्राइम ब्रांच के ऑफिस पहुंचे ऋतिक रोशन, हो सकता है बड़ा खुलासा इम्यूनिटी बढ़ाने की दवा बोलकर ड्रग्स बेचता था युवक, हुआ गिरफ्तार