भोपाल: मध्य प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है. लॉकडाउन के बाद से प्रदेश के कई जिलों में कोरोना का आतंक बढ़ गया है. वहीं, प्रदेश में जून महीने की शुरुआत से अब तक कोरोना से हुई मौतों के आंकड़ों में 34.63 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई है. इसके साथ ही संक्रमण दर भी 18.42 फीसदी बढ़ गई है. लॉकडाउन खुलने के बाद की स्थिति पर फिलहाल सभी की निगाहें टीकी हुई हैं, लेकिन स्थिति अभी नियंत्रण में नहीं है. दरअसल, प्रदेश के छह शहरों में अब तक सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज मिले हैं. इंदौर में संक्रमितों का आंकड़ा कई दिन से 1.5 से 2.8 प्रतिशत के बीच घट-बढ़ रहा है. मौत का प्रतिशत तेजी से बढ़ रहा है. 1 जून से अब तक यहां 50 मौतें हो चुकी हैं, जो करीब 37 प्रतिशत की वृद्धि है. मृत्यु दर भी बढ़कर 4.45 प्रतिशत हो गई, जो राष्ट्रीय दर 3.34 प्रतिशत से अधिक है. वहीं, इंदौर में पांच दिनों से हो रही मौत की संख्या पर भी सवाल उठने लगे हैं. स्वास्थ्य विभाग मौतों की तारीख छिपा रहा है. इस संबंध में सूत्रों का कहना है कि विभाग उन मौतों की संख्या को समायोजित कर रहा है, जो उन्होंने पहले बुलेटिन में नहीं जोड़ी थी. अधिकारी सिर्फ मौत की सूचना देने में देरी के लिए अस्पतालों को दोषी ठहरा रहे हैं. इसके अलावा राजधानी का जनसंपर्क विभाग भी कोरोना की चपेट में आ गया है. शिवाजी नगर में रहने वाले 57 वर्षीय जनसंपर्क अधिकारी की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली है. यह पूर्व में स्वास्थ्य मंत्री के जनसंपर्क अधिकारी रह चुके हैं. जबलपुर में पांच नए कोरोना के मामले मिले, संक्रमितों की संख्या 327 पहुंची इंदौर में आज से खुलेंगे सैलून, अब कम कीमत में होगी हेयर कटिंग कोरोना : मौत के मामले में 7वें नंबर पर पहुंचा रतलाम, प्रशासन की बढ़ी चिंता