राजधानी में कोरोना से मौत की दर में निरंतर कमी आ रही है.इस महीने के पहले हफ्ते में यह दर घटकर महज 1.5 प्रतिशत रह गई है, जो जून माह के मुकाबले आधी है.अब संक्रमण से हर रोज औसतन 18 लोगों की मृत्यु हो रही है.जून में यह आंकड़ा 74 और जुलाई में 40 का था.सरकार की तरफ से उठाए जा रहे कदमों से मृत्यु की तादाद कम हो रही है। केरल विमान हादसे की जांच हुई शुरू, घटनास्थल पर पहुंची DGCA की टीम दिल्ली स्वास्थ्य महकमें के अनुसार, 31 जुलाई से 6 अगस्त के पश्चात संक्रमण के आठ हजार केस आए और 120 लोगों की मृत्यु हुई.इस हिसाब से देखें तो मृत्यु दर 1.5 प्रतिशत रही.वहीं, जून माह में कोविड-19 के 67,800 केस आए थे और रिकॉर्ड 2,220 मरीजों की मृत्यु हुई थी.तब मृत्यु दर 3.2% थी.उस दौरान हर रोज औसतन 74 लोगों की मृत्यु हुई है. हिन्दू रूढ़िवाद की निंदा करते हैं, लेकिन शरिया, बुर्का, मौलाना पर कुछ नहीं कहते पत्रकार - जस्टिस काटजू जुलाई महीने में कोरोना संक्रमण के 47,900 मामले सामने आए थे. इस वायरस ने 1,160 लोगों की जान ले ली थी.इस हिसाब से जुलाई में मौत की दर 2.5 थी. जो अगस्त के पहले हफ्ते में 1.5 प्रतिशत रह गई है.यानी,जून से अगस्त के दौरान कोरोना से होने वाली मौतों में करीब 2 % क़ी कमी आई है.वही, स्वास्थ्य विभाग की ओर से मौत के आंकड़ो को कम करने के कई कदम उठाए गए.आईसीयू बेड की संख्या को बढ़ाकर दो गुना किया गया.सभी चिकित्सालय में बेड की तादाद भी बढ़ाकर 15 हजार से ज्यादा की गई.मरीजों को वक्त पर चिकित्सालय पहुंचाया जा सके.इसके लिए कई नयी एंबुलेंस को बेडे में सम्मिलित किया गया.एक नया कंट्रोल रूम बनाया गया.जहां एंम्बुलेंस के लिए आगामी कॉल की सूचना संबंधित स्टाफ तक पहुंचाई जाए. बीते 9 दिनों से 'राजस्थान' में मौत का आंकड़ा बढ़ा रहा कोरोना स्वतन्त्रता दिवस किस तरह मनाया जाता है ? कोरोना से बचने के लिए रेलवे बना रहा पोस्ट-कोविड कोच, मिलेंगी कई सुविधाएं