नई दिल्ली : सर्जिकल स्ट्राईक को लेकर राजनीति थमने का नाम ही नहीं ले रही है। जहां नेता बयानबाजियां करते हुए सड़कों तक पहुंच गए वहीं अब संसद के गलियारों में भी विरोध गूंज रहा है। हालांकि पार्लियामेंट्री कमेटी आॅन डिफेंस को सेना के उपप्रमुख लेफ्टीनेंट जनरल बिपिन रावत ने पीओके में होने वाली सर्जिकल स्ट्राईक को लेकर जानकारी दी। सूत्रों ने जानकारी देते हुए कहा है कि बैठक में एजेंडा बदलने को लेकर पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच बहस हो गई। दोनों पक्ष आपस में तू-तू - मैं-मैं करने लगे। बैठक में कमेटी के सदस्य कांग्रेस के मधुसूदन मिस्त्री ने प्रश्न किए, लेकिन कमेटी के अध्यक्ष लेफ्टीनेंट जनरल रिटायर्ड और सांसद बीसी खंडूरी द्वारा उन्हें रोक दिया गया है. जिस पर मिस्त्री व खंडूरी के मध्य गहमागहमी हो गई है। इसके पूर्व बैठक के एजेंडा को बदलने का विरोध हुआ। इस तरह का विरोध कांग्रेस ने किया। मिली जानकारी के अनुसार सर्जिकल स्ट्राईक के आॅपरेशन की जानकारी को बैठक के लिए अपडेट किया जाना था मगर कुछ समय बाद विषय बदल गया। इसके बाद विरोध के कारण सर्जिकल आॅपरेशन को मसला बना दिया गया। बैठक में सेना द्वारा कहा गया कि सर्जिकल स्ट्राईक से आतंकियों को नुकसान पहुंचा। दूसरी ओर यह भी कहा गया कि सेना द्वारा आतंकी कैंप्स व मूलभूत ढांचे को बर्बाद कर दिया गया।