तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) द्वारा हनुमान जन्मस्थान की घोषणा के बाद विवाद खड़ा हो गया है। एक बार फिर कर्नाटक में किष्किंधा संस्थान ने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम की घोषणा की निंदा करते हुए बार-बार पत्र लिखे हैं। बता दें कि टीटीडी ने श्री रामनवमी के अवसर पर अंजनाद्री को जन्म स्थान के रूप में पुष्टि की है। लेकिन अब किष्किंधा संस्थान आज इस पर चर्चा के लिए तैयार है। तिरुपति राष्ट्रीय संस्कृत पीठम को दो समुदायों के बीच संवाद के मंच के रूप में तय किया गया है। श्री हनुमथ जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी, श्री गोविंदानंद सरस्वती के संस्थापक ट्रस्टी, जो तिरुमाला की यात्रा के लिए आए थे, ने चर्चा के लिए टीटीडी समिति को आमंत्रित किया है। यहां यह ध्यान देने योग्य है कि इस चर्चा में श्री हनुमात जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रशासकों ने यह साबित करने का फैसला किया कि किष्किंधा में पंप क्षेत्र हनुमान का जन्मस्थान है। सुबह 10 बजे दोनों पक्षों में चर्चा शुरू हुई। ऐसी संभावना है कि चर्चा समाप्त होने के बाद विवरण मीडिया के सामने प्रकट हो जाएगा। इससे पहले, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने सिद्ध किया कि भगवान हनुमान का जन्म स्थान अंजनाद्री के रूप में पिछले महीने अनुसंधान के पूर्ण विवरण के साथ हुआ था। #ProtectAMillion मिशन के तहत आंध्रप्रदेश के तीन अस्पतालों को मिले 55 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 'टीके की कमी से क्यों जूझ रहा दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक देश ?' केंद्र से प्रियंका का सवाल केरल में स्मार्ट किचन योजना के लिए जुलाई तक तैयार हो जाएंगे दिशा-निर्देश: सीएम पिनाराई विजयन