श्योपुर : मध्य प्रदेश के कई जिलों में कोरोना का प्रसार लगातार जारी है. इससे बचने के लिए हर संभव कोशिशे की जा रही है. वहीं अब कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए मेवाती समाज ने अनूठी पहल की है. पंचायत ने मेवाती समाज के गांवों में रह रहे लोगों को शहर में जाने की मनाही कर दी है. इसके अलावा जो ग्रामीण शहर में रह रहे हैं वह ऐसे हालातों में फिलहाल गांव भी नहीं आएं. मेवाती समाज की पंचायत का फरमान नहीं मानने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. वहीं कोरोना वायरस से समाज को बचाने के चिंता करते हुए समाज के अध्यक्ष अहमद भाई उर्फ एमू भाई ने मोबाइल पर ही वरिष्ठजनों से चर्चा के बाद इस बात का एलान किया कि गांव में रह रहे मेवाती समाज के लोग अनावश्यक काम से शहर नहीं आएंगे, न ही शहर के लोग रिश्तेदारी में गांव जाएंगे. बता दें की पंचायत ने शबे बारात के दौरान भी पाबंदी लगा दी थी. शबे बारात पर रिश्तेदार एक दूसरे के घर दावत पर जाते हैं दावत पर नहीं बुलाने को बुरा भी माना जाता हैं. बाकायदा मस्जिद के माइक से एलान किया गया और गांवों में रह रहे मेवाती समाज के लोगों को फोन कर जानकारी दे दी. पीपल्दी, छोटा खेड़ा, बड़ा खेड़ा आदि गांव में मेवाती समाज बड़ी संख्या में निवास करता है. इन गांवों में मेवाती समाज का आना-जाना रोज लगा रहता है. लॉकडाउन के चलते इस आने जाने पर पंचायत ने पाबंदी लगा दी है. बड़ी खबर: अब बिना कर्फ्यू पास के भी बाहरी राज्यों में जा सकते है सब्जियों के वाहन मध्यप्रदेश वासियों को लग सकता है बड़ा झटका, सीएम शिवराज ने पीएम मोदी से की ऐसी मांग एक दिन और सख्त लॉकडाउन के घेरे में रहेगा यह शहर