नई दिल्लीः देश के सर्वोच्च खेल सम्मान-राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए नामित किए जाने वाली हली महिला पैरा-ऐथलीट दीपा मलिक ने हर्ष प्रकट किया। यह पुरस्कार उनके साथ स्टार पहलवान बजरंग पूनिया को भी दिया जाएगा। दीपा मलिक ने यह पुरस्कार अपने पिता बाल कृष्णा नागपाल को समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि उनका यह सम्मान सही मायने में 'सबका साथ-सबका विकास' है। दीपा को शनिवार को भारत सरकार ने खेल रत्न से सम्मानित करने का फैसला किया। वह खेल रत्न जीतने वाली भारत की दूसरी पैरा-ऐथलीट हैं। उनसे पहले देवेंद्र झाझरिया को 2017 में खेल रत्न मिला था। दीपा ने रियो पैरालिंपिक-2016 में शॉटपुट (गोला फेंक) में रजत पदक अपने नाम किया था। दीपा ने एफ-53 कैटिगरी में यह पदक जीता था। दीपा ने एशियाई खेलों में एफ 53-54 में भाला फेंक में और एफ 51-52-53 में शॉटपुट में कांस्य पदक जीता था। खेल रत्न से नवाजे जाने के ऐलान के बाद दीपा ने कहा, 'मुझे ऐसा लग रहा है कि पीएम मोदी की भावना 'सबका साथ, सबका विकास' पूरे देश में आ गई है। मैं ज्यूरी के मेंबरों और खेल जगत की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने पैरा-ऐथलीटों की मेहनत, उनके द्वारा जीते गए पदकों का सम्मान किया। यह पूरे पैरा-मूवमेंट के लिए मनोबल बढ़ाने वाली बात है। यह अवार्ड तोक्यो पैरलिंपिक से पहले खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का काम करेगा।' दीपा इसी साल मार्च में बीजेपी में शामिल हुई थीं। बैडमिंटन खिलाड़ी प्रणॉय के आरोप पर बीएआई ने दिया यह जवाब दिलीप ट्रॉफी से शुरू होगा खिलाड़ियों का नाडा टेस्ट, BCCI ने रखी थी शर्त दोबारा कोच चुने जाने के बाद पहली बार बोले रवि शास्त्री, कही यह बात