एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल पर आधारित फिल्म 'छपाक' 10 जनवरी को रिलीज होने जा रही है। तीन जनवरी को मुंबई में इस फिल्म का टाइटल ट्रेक रिलीज किया जा सकता है। इस गाने के बोल जहां गुलजार ने लिखे हैं और अरिजीत सिंह ने इसे अपनी आवाज दी है। इसके अलावा शंकर एहसान लॉय ने गाने का संगीत दिया है। सॉन्ग लॉन्च के इस मौके पर दीपिका समेत विक्रांत मैसी, निर्देशक मेघना गुलजार, गुलजार, शंकर महादेवन और लॉय मेंडोंसा मौजूद रहे है । इस फिल्म को यू सर्टिफिकेट मिला है जिसे लेकर मेघना गुलजार ने खुशी जताई और कहा कि यह 'छपाक' के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण फैसला है। इसके लिए वे बहुत शुक्रगुजार हैं। वह चाहती हैं कि यह कहानी दूर तक पहुंचे। उन्हें उम्मीद है कि यह फिल्म सभी को पसंद आ सकती है। समाज पर असर डालेगी फिल्म पहली बार फिल्म की स्टारकॉस्ट के साथ मीडिया से मुखातिब होते हुए लक्ष्मीअग्रवाल ने कहा, 'मैं मेघना मैम से 2016 में मिली थी। तब उन्होंने मुझसे कहा था वह इस विषय पर काम करना चाहती हैं। देखा जाए तो वर्ष 2013 से पहले इस विषय में कुछ खास जागरूकता नहीं थी लेकिन जब पीड़िताओं ने सामने आना शुरू किया तो लोगों को पता चला और समाज ने हमें और हमारे दर्द को जाना। यह फिल्म समाज बहुत बड़ा असर दाल सकती है। धन्यवाद दीपिका कि आपने लक्ष्मी का किरदार निभाया। आपने साबित किया कि खूबसूरती मायने नहीं रखती हैं। इस फिल्म के जरिए हमारे समाज के दिल में जो तेजाब है हमें वह बाहर निकालना है। मुझे बहुत खुशी है कि आज हम साथ में हैं आज हम साथ मिलकर इस विषय पर काम कर रहे हैं। जब आप यह फिल्म देखेंगे और जानेंगे कि जिंदगी में असल परेशानियां क्या होती हैं। समाज की सोच बदलेगी लक्ष्मी ने आगे बताया, 'जब से यह गाना देखा है तब से मेरे आंसू नहीं रुक रहे हैं। काश आज मेरे पापा भी यहां पर होते। इस फिल्म को बनाने में मेघना मैम की बहुत ही शुक्रगुजार हूं। मुझे बहुत खुशी हुई कि दीपिका ने मेरे किरदार को निभाने के लिए हां कहा। मैंने जैसे ही फर्स्ट लुक देखा मैंने कहा, 'वाओ...लक्ष्मी।' फिल्म के ट्रेलर से लेकर लुक सामने आने तक मुझे लोगों की काफी प्रतिक्रिया आई। दीपिका को मेरा किरदार निभाते हुए देखकर लोगों ने कहा कि अब तो समाज में इंसाफ मिलकर रहेगा। जब मैं सेट पर गई और सबकुछ मैंने देखा तो मुझे अहसास हो गया कि अब तो समाज के दिमाग से बहुत कुछ बदलने वाला है। दीपिका ने जताया फिल्म पर गर्व दीपिका पादुकोण ने अपने भावनाएं प्रकट करते हुए कहा, 'मैं खुश हूं कि हम सब यह फिल्म बना रहे हैं। मुझे पूरी टीम पर गर्व है कि हमने इस तरफ काम किया। हमने बहुत बड़ा कदम उठाया है लेकिन मैं इसे रिस्क नहीं मानती हूं। मेघना कई सालों तक इस कहानी के साथ जी हैं। वह इस कहानी को पेश करना चाहती थी इसलिए मैंने इसके लिए हां कहा। हमने दिल से यह फिल्म बनाई है। जब आप यह फिल्म देखेंगे तो आप भी यही महसूस करेंगे।' गुलजार ने बताया इंडस्ट्री में आए बदलाव इस मौके पर गुलजार ने इंडस्ट्री में अपने 60 वर्ष के अनुभव को शेयर करते हुए बताया कि इतने सालों में औरतों का किरदार काफी बदल चुका है। उन्होंने बताया कि उनकी फिल्में अक्सर महिला प्रधान होती हैं। गुलजार ने कहा, 'मोरा गोरा रंग ले ले' से लेकर 'छपाक' तक बहुत कुछ बदल गया है। मैं इसके साथ-साथ चलता रहा हूं। मैं अपनी फिल्मों के लिए भी और लिखने के तौर पर भी बहुत बार महिलाओं को ध्यान में रखकर लिखा है।' गुलजार ने आगे बताया, 'बेटियों को लेकर परवाह रहती है। निजी तौर पर नहीं बल्कि समाज की वजह से बेटियों के बारे में सोचना पड़ता है, जिसे बदलने की जरूरत है। हालांकि बेटियां अब आगे आ गई हैं। इसके अलावा अब हमें उन्हें संभालने की जरूरत नहीं है वह हमें संभाल रही हैं। एक तरफ वह कंधे से कंधे मिला कर चल रही फिल्मों में भी वे तेजी से मुख्य किरदार से लेकर निर्माता और निर्देशक की भूमिका निभा रही हैं। पहले का माहौल नहीं है जब उन्हें सिर्फ गानों में उपयोग करने के लिए ले लिया जाता था। आज वे लीड कर रही हैं। इन तीन लड़कियों ने कमाल किया है। यह अकेली एक फिल्म नहीं है बल्कि यह समाज में एक मूवमेंट है। इस तरह की फिल्म बनाने के लिए निर्माताओं का भी दाद देना पड़ सकता है। इनकी बड़ी हिम्मत है कि इन्होंने इरादा किया कि हमें यह बात करनी है और समाज में पहुंचानी है। ताहिरा की डेब्यू फिल्म 'शर्माजी की बेटी' आयी खतरे में, इस अभिनेत्री ने किया काम करने से इंकार रणवीर से जुड़े इस सवाल के ऊपर भड़क गयी छपाक की अभिनेत्री, दीपिका ने कहा- ''एक्सक्यूज मी! ये... YouTube स्टार से प्रेरित है वरुण का नया लुक, 2018 में दुनिया को कह दिया था अलविदा