भारत की मोदी सरकार में पूर्व रक्षा मंत्री दिवंगत मनोहर पर्रिकर की ‘प्रतिबद्धता और विरासत’ के सम्मान में सरकारी थिंक टैंक रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान (आइडीएसए) का नाम बदलकर मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान कर दिया है. पाक पड़ा परेशानी में, FATF की सिफारिश की पाकिस्तान को रखा जाए ग्रे लिस्ट में आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मनोहर पर्रिकर गोवा के मुख्यमंत्री भी रह चुके है. पर्रिकर नौ मार्च, 2014 से लेकर 14 मार्च, 2017 तक देश के रक्षा मंत्री थे. उनके कार्यकाल में देश में कई अहम फैसले पर मुहर लगी थी. उन्होने पठानकोट और उरी जैसे हमलों की चुनौती के दौर में रक्षा मंत्रालय का नेतृत्व किया और साहस के साथ उनका (चुनौतियों का) जवाब दिया. अफगानिस्तान के फिर राष्ट्रपति बने अशरफ गनी, विदेश मंत्री बोले- '5 दिन दिन में हिंसा को काबू में किया...' उनका सबसे बड़ा योगदान सशस्त्र बलों की वन रैंक वन पेंशन की मांग को लागू करना था. पिछले साल 17 मार्च को कैंसर से उनका निधन हो गया. उनके निधन के बाद पूरे राज्य में शौक का माहौल हो गया था. वही, भाजपा हाईकमान ने भी उनके निधन पर गहरा शौक व्यक्त किया था. भारत दौरे पर आने से पहले बोले ट्रम्प, कहा- बाद में करेंगे ट्रेड डील कोरोना वायरस ने तोड़ी अर्थव्यवस्था की कमर, चीन नष्ट करेगा 84 हज़ार करोड़ के नोट पाक में बढ़ी कंगाली, फिर भी कर रहा उकसाने वाली हरकत