26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस की परेड को लेकर रक्षा मंत्रालय ने राज्यों की झांकियों का चुनाव कर लिया है. इसमें मंत्रालयों, विभागों, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां शामिल हैं। चुनी हुई झांकियां राजपथ पर दिखाई देंगी. इस बार देशावासियों को पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र की झांकी देखने को नहीं मिलेगी. दरअसल, केंद्र सरकार ने इन दोनों राज्यों की झांकियों के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है. पीएम मोदी ने पूर्व पीएम राजीव गांधी के बहाने कांग्रेस पर कसा तंज, कहा-उतने, पूरे के पूरे सीधे गरीब के खाते में... गणतंत्र दिवस परेड के लिए राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों, केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों से प्रस्ताव आमंत्रित किए जाते हैं. झांकियों का चयन एक विशेष समिति द्वारा किया जाता है, जिसमें कला, संस्कृति, चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, वास्तुकला और नृत्यकला से संबंधित लोग शामिल होते हैं. यह समिति प्रस्तावों पर विचार कर अपनी सिफारिशों को रक्षा मंत्रालय को सौंपती है. समय की बाध्यता को देखते हुए सीमित संख्या में ही झांकियों का चयन होता है. समाजसेवी मेधा पाटकर पर लगा आरोप, पासपोर्ट कार्यालय ने मांगी मुकदमा चलाने की इजाजत आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी को लेकर लगातार टकराव हो रहा है. माना जा रहा है कि गणतंत्र दिवस परेड में बंगाल की झांकी को शामिल ना किए जाने से दोनों सरकारों के बीच टकराव बढ़ सकता है. 2018 में भी बंगाल की झांकी परेड में शामिल नहीं की गई थी और उसके प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया था. केरल गवर्नर को कांग्रेस सांसद की धमकी, ''इस्तीफा दो नहीं तो सड़कों पर नहीं निकलने देंगे'' उत्तराखंड में बदमाशों की दबंगई, परिवार को घर में घुसकर पीटा हल्द्वानी में सरेआम कारोबारी की गोली मारकर हत्या, मचा हड़कंप