देहरादून : देश भर में सर्दी का मौसम शुरू होने को है लेकिन भारत क हिमालयी क्षेत्र में अभी से कड़की की ठण्ड पड़ने लगी है जिससे वहां के जवानों को परेशानी हो रही है. नाभीढांग, कालापानी में तापमान माइनस डिग्री में जा पहुंचा है जिसके कारण पानी पाइप में ही जमे लगा. ऐसा कड़ाके की ठंडा वहां पर दिसंबर के मध्य में होती है, लेकिन ये पहली बार हो रहा है जब पानी ने पाइप में ही जमना शुरू कर दिया. इसे जवानों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. दो दिवसीय विदेश यात्रा के तहत कतर पहुंची सुषमा स्वराज बता दें, चादरचुला विकासखंड के व्यास घाटी में चीन सीमा पर सुरक्षा के लिए आईटीबीपी तैनात हैं. यहां हर मौसम में चाहे वो सर्दी हो या फिर गर्मी जवान हमेशा ही डटे रहते हैं. जानकारी दे दें, कालापानी में तापमान माइनस पांच, नाभीढांग में माइनस नौ और गुंजी में माइनस तीन तक पहुंच रहा है. रिपोर्ट के अनुसार समय से पहले ही ठंड का इतना तापमान पहली बार देखा जा रहा है. दरअसल, आईटीबीपी ने बॉर्डर पोस्टों तक पानी की पहुंचाने के लिए जमीन के नीचे प्लास्टिक के पाइप बिछाए थे लेकिन तापमान इतना गिर गया कि पाइप में ही पानी जमने लगा जिसके कारण उसका इस्तेमाल किसी भी रूप में नहीं किया जा है है. पानी की पूर्ती के लिए हिमवीर रोज सुबह 10 बजे के बाद जमीन के नीचे से पाइप निकालकर उसे धूप में रख रहे हैं ताकि धूप लगते ही पानी पिघल जाए और उसे इस्तेमाल में लिया जाये. इतनी मुश्किलों के बाद भी उन जवानों को 2 या 3 घंटे ही पानी मिल पा रहा है. इस पर सूत्रों ने बताया कि ऐसी स्थिति पिछले वर्षों तक 15 दिसंबर के बाद ही बनती थी जब पाइपों में पानी जमने लगता था, लेकिन इस बार उच्च हिमालयी क्षेत्र में अधिक ठंड के चलते ऐसी स्थिति अक्टूबर अंत तक ही आ गई है. खबरें और भी... राजस्थान चुनाव: मतदान के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के लिए जयपुर में हुई मैराथन राजस्थान चुनाव: वसुंधरा राजे का प्रहार, कहा कांग्रेस के नेताओं को हो गई है झूठ बोलने की आदत