नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण की जांच के मामले में दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने नया रिकॉर्ड बनाया है। कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए संक्रमित मरीजों को आइसोलेट करने के लिए सितंबर में हर दिन 50 से 60 हजार टेस्ट किए गए। इससे दिल्ली में सितंबर में सबसे ज्यादा टेस्ट के साथ ही सबसे अधिक कोरोना मरीजों की संख्या सामने आई है। स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक, सितंबर महीने में 15 लाख 27 हजार 705 टेस्ट किए गए। इसमें 1 लाख 5 हजार 692 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 1 माह में 93 हजार 885 मरीज रिकवर भी हुए हैं। वहीं सितंबर में 939 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो गई। इससे पहले सबसे अधिक 2280 कोरोना मरीजों की मौत जून महीने में हुई थी। इसके बाद जुलाई महीने में मौत का आंकड़ा कम होकर 1180 पर पहुंच गया था। वहीं अगस्त में मौतों की तादाद कम होकर 473 पर रह गई थी। दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने 26 अगस्त को टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने का ऐलान किया था। इसके बाद सितंबर महीने में जांच की तादाद को 3 गुना कर दिया गया। वहीं सितंबर माह में मामले बढ़ने को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि अधिक टेस्टिंग और अर्थव्यवस्था खुलने की वजह से नए मामलों की तादाद में इजाफा हुआ है। इसका एक अन्य कारण बहुत सारे लोगों के मास्क न लगाना और सामाजिक दूरी का पालन न करना भी बताया जा रहा है। फिलहाल ज्यादा टेस्टिंग से संक्रमित व्यक्ति की पहचान कर वायरस के प्रसार को रोकने की योजना में दिल्ली को कामयाबी मिलती दिखाई दे रही है। महागठबंधन को लेकर ख़त्म हुआ सस्पेंस, इतनी सीटों पर लड़ेंगी पार्टियां JDU नेता के रिश्तेदार के घर हुई चोरी हरीश रावत ने की नवजोत सिद्धू से भेंट, बोले- सिद्धू मेरे छोटे प्रा हैं