आज सुबह 8 बजे से दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए मतगणना शुरू हो गई है. इस बार दिल्ली में कई नेताओं ने चुनाव से पहले पाला बदल लिया था और चुनाव के वक्त अपनी पार्टी छोड़कर टिकट की फिराक में दूसरी पार्टियों में चले गए. कई नेता पहले ही अपनी पार्टी छोड़ चुके थे. इस बार ऐसे नेताओं को जनता ने क्या संदेश दिया. कैसा जनादेश रहा. हम आपको विस्तार से बताएंगे. अलका लांबा कभी आम आदमी पार्टी की बड़ी नेताओं में शामिल रहीं अलका लांबा चुनाव से पहले AAP छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गई. वो 2015 में AAP के टिकट पर चांदनी चौक से चुनाव जीतकर विधायक बनीं थी. इस बार वो कांग्रेस के टिकट पर चांदनी चौक से चुनाव लड़ रही हैं. प्रहलाद साहनी अलका लांबा AAP से कांग्रेस में आ गईं तो यहां से कांग्रेस उम्मीदवार प्रहलाद साहनी AAP में आ गए. इस बार में AAP के टिकट पर चांदनी चौक से चुनाव लड़ रहे हैं. कपिल मिश्रा कपिल मिश्रा आम आदमी पार्टी से बीजेपी कैंडिडेट हैं. कपिल मिश्रा ने पिछला विधानसभा चुनाव AAP के टिकट पर लड़ा था. लेकिन बाद में सीएम अरविंद केजरीवाल से अनबन के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी. आदर्श शास्त्री 2015 के विधानसभा चुनाव में आदर्श शास्त्री ने द्वारका सीट से 40 हजार वोटों के भारी अंतर से जीत हासिल की थी. इस बार आप ने उनका टिकट काट दिया. इसके साथ ही यहां तेजी से समीकरण बदले. आदर्श शास्त्री कांग्रेस में गए. उन्हें कांग्रेस ने टिकट दिया है विनय मिश्रा द्वारका सीट पर एक और रोमांचक फेरबदल हुआ, यहां पर कांग्रेस के नेता रहे विनय मिश्रा AAP में आ गए हैं. आप ने उन्हें द्वारका सीट से टिकट दिया है. राजकुमारी दिल्लन राजकुमारी दिल्लन कांग्रेस की नेता हुआ करती थीं. लेकिन इस बार चुनाव से पहले वे AAP में आ गईं. उन्हें AAP ने इस सीट से टिकट दिया गया है. अनिल वाजपेयी अनिल वाजपेयी पिछली बार गांधी नगर सीट से AAP के टिकट पर चुनाव जीते थे. वे इस बार बीजेपी के टिकट से मैदान में हैं. राम सिंह नेता जी बदरपुर सीट से कांग्रेस के नेता रहे राम सिंह नेता जी को इस बार AAP में हैं. उन्हें AAP ने टिकट दिया है. शोएब इकबाल शोएब इकबाल 2015 में कांग्रेस से उम्मीदवार थे. इस बार वे आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं. मानवीय जीवन पर कोरोना बना कहर, चीन में 1000 से अधिक मौतें इन आठ सीटों पर टिकी हुई है सबकी निगाहें कोरोनावायरस: क्रूज़ पर फंसे भारतीयों की पीएम से अपील, कहा- प्लीज मोदीजी हमें बचा लीजिए....