नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने राजधानी की कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंता जताई और केंद्र सरकार पर निशाना साधा। एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल में दिल्ली की कानून व्यवस्था बुरी तरह से बिगड़ गई है। गैंगवॉर, रंगदारी और महिलाओं पर हो रहे अपराधों ने राजधानी के लोगों में दहशत फैला दी है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली अब सबसे असुरक्षित राजधानी मानी जा रही है, और लोग डरे हुए हैं। उन्होंने याद दिलाया कि 10 साल पहले जनता ने उनकी सरकार को बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा की जिम्मेदारी दी थी, जिसे उनकी सरकार ने बेहतर तरीके से संभाला। लेकिन कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्र के पास है, और इसे ठीक से संभाला नहीं जा रहा है। उन्होंने आंकड़े देते हुए बताया कि 2022 में दिल्ली में 522 हत्या के मामले दर्ज हुए। उन्होंने कहा कि महिला और व्यापारी खासकर खौफ में हैं। हाल ही में नांगलोई में एक पीड़ित, रोशनलाल के परिवार से मिलने जाने पर उन्हें बीजेपी कार्यकर्ताओं ने रोका। केजरीवाल ने सवाल उठाया कि बीजेपी क्या छिपाना चाह रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के रिकॉर्ड में 160 रंगदारी कॉल दर्ज हैं, लेकिन असल में यह संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है क्योंकि कई लोग डर के कारण शिकायत दर्ज नहीं कराते। बिजनेसमैन भी सुरक्षा के अभाव में दिल्ली छोड़कर दूसरे राज्यों में जा रहे हैं। उन्होंने पुलिसकर्मी किरणपाल पर चाकू से हमले का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं न सिर्फ चौंकाने वाली हैं बल्कि दिल्ली के हालात की गंभीरता को भी दिखाती हैं। केजरीवाल ने सवाल किया कि क्या कानून व्यवस्था संभालने वालों से दिल्ली नहीं संभल रही है? उन्होंने महिलाओं से भी पूछा कि क्या वे दिल्ली में सुरक्षित महसूस करती हैं। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री के नाम तय..! लेकिन मंत्रालयों को लेकर फंस रहा पेंच 'बाला साहेब के समय महाराष्ट्र का फैसला दिल्ली में नहीं होता था': संजय राउत फेरों से पहले दूल्हे को बनाया बंधक, फिर जो हुआ वो कर देगा हैरान