इंटरनेट के तहत पायरेटेड फिल्मों की साइट चलाने वाली कई वेबसाइट को ब्लॉक करने हेतु दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा इंटरनेट सेवा प्रदाताओं (आईएसपी) को निर्देश दे दिए गएहै. तमिलरॉकर्स, कटमूवीज और लाइमटॉरेंट जैसी पर यह आरोप है कि यह वॉर्नर ब्रदर्स, यूनिवर्सल और नेटफ्लिक्स जैसे प्रोडक्शन हाउस की फिल्मों और टीवी श्रृंखला की अनाधिकृत स्ट्रीमिंग और वितरण कर रही हैं. आपको बता दें कि हाल ही में न्यायमूर्ति संजीव नरूला द्वारा अंतरिम आदेश में इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को इन वेबसाइटों के सभी यूआरएल और आईपी एड्रेस बंद करने के लिए निर्देश दिए गए हैं. जबकि यूआरएल (यूनिवर्सल रिसोर्स लोकेटर) इंटरनेट पर किसी वेबसाइट का पता रहता है. कोर्ट द्वारा दूरसंचार विभाग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को भी निर्देश दिया गया है कि वह प्रोडेक्शन हाउसों के कॉपीराइट का उल्लंघन करने वाली वेबसाइटों के डोमेन नेम का पंजीकरण भी रद्द करे. इतना ही नहीं, इन वेबसाइटों को बंद करने हेतु इंटरनेट और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को जरूरी अधिसूचना भी जारी की जाए. जबकि दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा अमेरिका की मनोरंजन कंपनी वॉर्नर ब्रदर्स की याचिका पर यह अंतरिम निर्देश दिया गया है. साथ ही कंपनी की दलील यह थी कि इस तरह की वेबसाइटें बिना किसी परमिशन उसकी साथ ही साथ यूटीवी, स्टार, नेटफ्लिक्स जैसे प्लेटफॉर्मों की मूल सामग्री की स्ट्रीमिंग भी करती है. The tashkent Files के बाद आरही The kashmir files, अगले साल होगी रिलीज़ Madame Tussaud में लगेगा एक्ट्रेस 'हवा हवाई' का वैक्स स्टेचू, देखें झलक पुण्यतिथि पर ऋषि को याद आए शम्मी कपूर, कहा- आप जैसा कोई नहीं रिलीज़ से पहले ही Saaho ने कमा लिए इतने करोड़