दिल्ली: अमेरिकन जियोफिजिकल रिसर्च लेटर जर्नल की रिपोर्ट में खुलासा किया गया की दिल्ली में भारी मात्रा में प्रदूषण के कारण कोहरे में छेद पड़ रहे है. रिपोर्ट के अनुसार बताया गया है कि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा फोग होल भारत की राजधानी दिल्ली में पाए गए, प्रदूषण और फोग होल की वजह लोग भारी मात्रा में बीमार हो रहे है. फोग होल के कारण सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि पक्षियों और जानवरो की सेहत पर भी बुरा असर पड़ रहा है जिसके उस जगह के पक्षी वहां से पलायन कर रहे है. डॉक्टरों के अनुसार इस समस्या का निराकरण नहीं किया गया तो ये कई बिमारियों के रूप में हमें नुकसान पहुंचा सकती है. आपको बता दें की फोग होल कोहरे के बीच में एक खाली जगह होती है, जिससे आसमान साफ दिखाई देता है. जमीन के उस हिस्से में तापमान बाकि जगहों की तुलना में बढ़ जाता है जो सीधे तौर पर हमारे लिए हानिकारक होता है. सर्दी के दिनों में वातावरण की नज़र से देखा जाएँ तो कोहरा महत्वपूर्ण होता है. जिस गति से ये होल बढ़ रहे है उस हिसाब से ये और चिंता का विषय हो जाता है. फोग होल में न्यूतम और अधिकतम तापमान में बहुत अंतर होता है. इसी विषय पर शोध कर रहे प्रोफेसर रितेश और मनोज सिंह बताते है की दिल्ली में प्रदूषण की मात्रा बढ़ने के कारण कोहरे के बनने की प्रकिया काफी धीमी हो गई है. फोग होल उन्ही जगह पर अधिक होता है जो जगह प्रदूषित या भारी ट्रैफिक वाले होती है. प्राप्त जानकारी के अनुसार दिसंबर और जनवरी महीने में दिल्ली में करीब 90 फोग होल हो गए है. पिछले 8 सालों में दिल्ली में फोग हॉल तेजी से बन रहे है. चिदंबरम के बेटे कार्ति के ठिकानों पर ईडी का छापा सुप्रीम कोर्ट के जजों का विवाद आज सुलझने के आसार कोलकाता में तृणमूल और भाजपा के कार्यकर्ता भिड़े