नई दिल्ली: केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में परिवहन विभाग की तरफ से शुक्रवार को दिल्ली सड़क सुरक्षा शिखर सम्मलन 2021 आयोजित किया गया. इसमें रोड सेफ्टी लीड एजेंसी, दिल्ली यातायात पुलिस, IIT दिल्ली के साथ ही अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने शिरकत की. इस शिखर सम्मेलन में दिल्ली की सड़कों पर सुरक्षित यात्रा के लिए योजना बनाने को लेकर विचार-विमर्श किया गया. इसके साथ ही, सड़क सुरक्षा को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने IIT दिल्ली के साथ एक अहम करार किया है. दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने रोड सेफ्टी और उससे जुड़ी पॉलिसी पर कार्य करने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-दिल्ली (IIT-दिल्ली) के फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (FITT) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर दस्तखत किए हैं. इस साझेदारी का उद्देश्य सड़क दुर्घटना डेटा विश्लेषण, एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (IRAD) के कार्यान्वयन के साथ एकीकरण, ज्यादा से ज्यादा ब्लैक स्पॉट की पहचान करना होगा. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने तेज रफ़्तार, हेलमेट का सही इस्तेमाल, सीट बेल्ट का इस्तेमाल और शराब पीकर गाड़ी चलाने के खतरों को लेकर जागरुकता के लिए सोशल मीडिया पर चलाई जा रही मुहीम की भी चर्चा की. गहलोत ने कहा कि हमारा विजन दिल्ली में हादसों की तादाद कम करना है. हमेशा से हमारा प्रयास रहा है कि दिल्ली की सड़कों पर सिर्फ पारंगत ड्राइवर को ही वाहन चलाने की इजाजत मिले. उन्होंने दावा किया कि दिल्ली पहला राज्य है, जहां पूरी तरह से स्वचालित ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक हैं और 70 से अधिक वाहनों के साथ एक मजबूत प्रवर्तन विंग भी है. बहुत जल्द इस मुहीम में स्कूल और कॉलेजों को भी साथ लाया जाएगा. जहां ड्राइविंग टेस्ट के लिए ट्रैक स्थापित किए जाएंगे, ऐसे छह स्थलों की पहले ही चिन्हित किए जा चुके हैं. 11 पैसे की तेजी के साथ 74.12 पर बंद हुआ भारतीय रुपया 360 अंक गिरा सेंसेक्स, 17,532 के पार पहुंचा निफ्टी असम आगंतुकों के लिए फिर से खुले काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व