नई दिल्ली: कोरोना महामारी के संकटकाल के दौरान राजस्व में कमी आने के बाद भी दिल्ली की केजरीवाल सरकार अपना बजट नहीं घटाएगी। सरकार का दावा है कि दिल्ली के इतिहास में यह सबसे बड़ा बजट होगा। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, दिल्ली के बजट में 10 फीसदी तक का वृद्धि हो सकती है। आगामी आठ मार्च से दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र आरंभ हो रहा है। नौ मार्च को दिल्ली सरकार अपना बजट पेश करेगी। दिल्ली सरकार ने गत वर्ष 65 हजार करोड़ रुपये का अनुमानित बजट पेश किया था। इसमें 35 हजार 500 करोड़ योजना मद में, जबकि 29 हजार 500 करोड़ रुपये पूंजीगत प्रोजेक्ट्स को लागू करने के लिए खर्च किया जाना था। लेकिन, गत वर्ष 23 मार्च को बजट आने के बाद आए कोरोना के कारण लागू किए गए लॉकडाउन से दिल्ली ही नहीं देश की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा। सरकार की आमदनी पर भी इसका प्रभाव पड़ा। वर्तमान वित्तीय वर्ष में दिल्ली सरकार को फरवरी तक 17 हजार 500 करोड़ राजस्व ही मिल सका है। यह 2019-20 मुकाबले साढ़े पांच हजार करोड़ रुपये कम है। अंदाजा लगाया जा रहा था कि इसका प्रभाव आगामी वित्तीय वर्ष 2021-22 पर भी पड़ेगा। मगर सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि केजरीवाल सरकार के बेहतर वित्तीय प्रबंधन के चलते सरकार दिल्ली का सबसे बड़ा बजट पेश करेगी। इस बार भी अनुमानित बजट में वृद्धि दर्ज की जाएगी। न्यूजीलैंड में महसूस हुए भूकंप के झटके डॉलर तस्करी मामला: सीमा शुल्क विभाग ने केरल के अध्यक्ष पी श्रीरामकृष्णन की पत्नी को भेजा समन यूरोपीय संघ ने सीरियाई शरणार्थियों को वापस लाने के लिए 155 मिलियन को दी मंजूरी