नई दिल्ली: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस के चलते उन्होंने कहा कि मुझे कोरोना हो गया था. मैं तकरीबन 7-8 दिन होम आइसोलेशन में रहा. मुझे करीब 2 दिन बुखार रहा, उसके पश्चात् मैं स्वस्थ हो गया. मगर कोरोना प्रोटोकॉल के हिसाब से लगभग 7 से 8 दिन होम आइसोलेशन में रहा था. इस के चलते मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में लॉकडाउन को लेकर कहा कि घबराने की आवश्यकता नहीं है. इस लहर में मौतें कम हो रही हैं. वही मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के मामले रफ़्तार से बढ़ रहे हैं, यह एक चिंता का विषय है, मगर घबराने की आवश्यकता नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली जो लहर अप्रैल-मई में आई थी, उसमें 7 मई को प्रतिदिन इतने ही मामले आ रहे थे. 7 मई को 341 मौत हुई थी, कल 7 मौत हुई थी, 7 मई को दिल्ली में 20,000 बेड भरे हुए थे, कल जब 20000 केस आए हैं, तो तकरीबन डेढ़ हजार बेड भरे हुए हैं. तो इस लहर के चलते मौत भी बहुत कम हो रही हैं तथा लोगों को हॉस्पिटल जाने की भी बहुत कम आवश्यकता पड़ रही है. वही अरविंद केजरीवाल ने डाटा साझा करने के साथ ही ये भी कहा कि यह डाटा आपके साथ इसलिए साझा नहीं किया कि आप गैर जिम्मेदार हो जाएं तथा मास्क पहनना बंद कर दें, बल्कि इसलिए बताया कि घबराने की आवश्यकता नहीं है. मगर हमको जिम्मेदारी से काम करने की आवश्यकता है. मास्क पहनना सबसे आवश्यक है. मुख्यमंत्री अऱविंद केजरीवाल ने कहा कि हम लॉकडाउन लगाना नहीं चाहते, फिलहाल लॉकडाउन लगाने की कोई मंशा नहीं है. राज्यपाल साहब और मैं पूरे हालात पर देखरेख रखे हुए हैं. कल डीडीएमए की बैठक है. हम स्थिति की समीक्षा करेंगे. आचार संहिता लागू होते ही क्यों 'निहत्थी' हो जाती है राज्य सरकारें ? केरल में भाजपा ने सरकारी अस्पतालों के रवैये पर सवाल उठाया चंडीगढ़ में बड़ा उलटफेर, शहर की महापौर बनी भाजपा की सरबजीत कौर, धरने पर AAP पार्षद