नई दिल्ली : राजधानी वासियो के लिये एक अच्छी खबर आयी है. दिल्ली - एनसीआर में बुधवार को भी आसमान पर धुंध और प्रदूषण कणों की मोटी चादर छाई रही। हालांकि, शहरों के वायु गुणवत्ता सूचकांक में बेहद मामूली गिरावट दर्ज हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, गाजियाबाद को छोड़कर अधिकांश शहरों का एक्यूआई गंभीर से एक पायदान नीचे बहुत खराब श्रेणी में आ गया है। परन्तु गाजियाबाद में यह अब भी गंभीर श्रेणी में है। जानकारी के लिये बता दें बुधवार को दिल्ली समेत ज्यादातर शहरों का एक्यूआई 350 से 399 के बीच दर्ज किया गया था। सोमवार और मंगलवार को यह 401 के आंकड़े को पार कर गया था। बुधवार को रात 8 बजे दिल्ली-एनसीआर में पार्टिकुलेट मैटर 10 का स्तर 353 और पीएम 2.5 का स्तर 214 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रिकॉर्ड किया गया। मंगलवार को पीएम 10 390 और पीएम 2.5 का स्तर 260 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर को पार कर गया था। हालांकि गाजियाबाद में हालात नहीं सुधरे। हवा की गति से बिखरेंगे प्रदुषण के कण वही अगर मौसम विभाग की माने तो एक्यूआई अगले दो दिन तक बहुत खराब और गंभीर श्रेणी के बीच ही रह सकती है। हवा की गति बढ़ती है तो प्रदूषण के कण बिखरने की उम्मीद है। सफर के मुताबिक, पार्टिकुलेट मैटर ही नहीं, बल्कि हवा में नाइट्रोजन ऑक्साइड और कार्बन के कण भी बढ़े हैं। इन्हें छांटने के लिए वेंटिलेशन सूचकांक 6000 वर्गमीटर प्रति सेकेंड होना चाहिए, जो इस वक्त 3500 वर्गमीटर है। दिल्ली में घुटने लगा दम, समग्र वायु गुणवत्ता 404 दर्ज किया गया यमुना में प्रदूषण के लिये ये हिस्सा है ज्यादा जिम्मेदार इस शहर में प्रदुषण के खिलाफ महिला ने छेड़ी जंग, क्या होगी सफल?