नई दिल्ली : वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर पूर्व सैनिक मंगलवार को पदक लौटा सकते है। इस बार ये विरोध सरकार के अधिसूचना के खिलाफ है। उनका कहना है कि किसी जूनियर को सीनियर से अधिक पेंशन नही मिलना चाहिए। इंडियन एक्स-सर्विसमेन मूवमेंट (आईईएसएम) के महासचिव ग्रुप कैप्टन वीके गांधी (सेवानिवृत्त) ने कहा, हमारी केवल एक मांग है जो वन रैंक वन पेंशन की है। सरकार ने ही प्रावधान जोड़कर मुद्दे को जटिल कर दिया। हम परिभाषा के अनुसार ओआरओपी चाहते हैं। किसी जूनियर को उसके सीनियर से अधिक पेंशन नहीं मिलनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होने रक्षा मंत्री के उस बयान की भी निंदा की, जिसमें उन्होने कहा था कि लोकतंत्र में मांग करना सबका हक है, पर हम सभी मांत्रो को पूरा नही कर सकते है। सरकारी अधिसूचना के खिलाफ मंगलवार से पदक लौटाना शुरु करेंगे। इस साल इन लोगो ने काली दीवाली मनाने का भी फैसला किया है। ये लोग अपना पदक दिल्ली के इंदिरा गांदी एयरपोर्ट के बाहर लौटाएंगे। इसके लिए उन्होने जिला मजिस्ट्रेट को सूचित कर दिया है। सरकार ने शनिवार को 24 लाख से अधिक पूर्व सैनिकों और छह लाख सैनिकों की विधवाओं के लिए ओआरओपी योजना की औपचारिक रूप से अधिसूचना जारी की थी, जिसे प्रदर्शन कर रहे पूर्व सैनिकों ने खारिज कर दिया था। उधर पर्रिकर का कहना है कि सरकार ने पूर्व मंत्रियों के ज्यादातर मांग को मान लिया है। इसके आगे के लिए सरकार कमेटी बनाएगी जो आगे की समस्याओं पर विचार करेगी। गौरतलब है कि ओआरओपी की मांग को सरकार द्वारा माने जाने के बाद से ही अर्द्धसैनिक बल भी ओआरओपी की मांग कर रहे है।