शातिर तरीके से लूट करने वाले बदमाशों को आखिरकार दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. यह गैंग पहले अपनी बाइक के गुम होने की रिपोर्ट लिखवाते थे और बाद में उसी बाइक से लूट की वारदात को अंजाम देते थे, जिससे पुलिस को उनके वारदात में शामिल होने का शक ही नहीं हो. लेकिन आखिरकार उनके झूठ का पर्दाफाश हो गया. लूट के बाद यह बदमाश बाइक को सड़क किनारे छोड़ देते और लावारिस बाइक की सूचना पुलिस को दे देते. फिर उसी बाइक को पुलिस से वापस ले आते. लेकिन गुरुवार को उनका भांडा फूट गया. बदमाश मंजीत ने अपनी बाइक चोरी की एफआईआर दर्ज करा दी, फिर मोबाईल शोरूम पर गैंग ने लूट की. शोरूम के मालिक विकास ने उनको पकड़ने की कोशिश की, तब एक बदमाश ने विकास पर गोली चलाई, जो एक बदमाश प्रदीप को लग गई. गैंग तो भाग निकली, पर पुलिस को लूट में इस्तेमाल बाइक सड़के के किनारे मिल गई. रजिस्ट्रेशन नम्बर से जब पुलिस मंजीत के पास पहुंची तो उसने एफआईआर की कॉपी दिखा दी. इधर पुलिस ने जीटीबी अस्पताल से प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया. प्रदीप ने लूट की पूरी कहानी और अपने साथियों के नाम बता दिए. इसके बाद पुलिस ने फौरन मंजीत को गिरफ्तार लिया. अन्य दो बदमाश फरार हैं. 10 साल की बच्ची से 3 महीने तक गैंगरेप, महिला पुलिस ने शादी से इंकार किया तो प्रेमी ने खाया जहर 50 से ज्यादा महिलाओं का रेप करने वाला युवक गिरफ्तार