कट्टरपंथी संगठन PFI को दिल्ली पुलिस ने नहीं दी रैली की इजाजत

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने आज यानी शनिवार को (30 जुलाई) होने वाली पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की रैली को इजाजत नहीं दी है। दरअसल, कट्टरपंथी इस्लामी संगठन PFI दिल्ली के झंडेवालान स्थित अंबेडकर भवन में 'रिपब्लिक बचाओ' आयोजित करने वाला था। दिल्ली पुलिस ने यह फैसला विश्व हिंदू परिषद (VHP) द्वारा लिखे गए पत्र के बाद लिया है, जिसमें उनसे दिल्ली में PFI द्वारा प्रस्तावित रैली को रोकने का आग्रह किया गया है।

29 जुलाई को दिल्ली पुलिस को लिखे गए पत्र में VHP नेता सुरेंद्र कुमार गुप्ता ने दावा किया कि PFI पूरे देश में संदिग्ध गतिविधियां चला रहा है और उन्हें दिल्ली में कोई रैली करने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। दिल्ली पुलिस को लिखे अपने पत्र में सुरेंद्र गुप्ता ने कहा था कि, '30 जुलाई को दोपहर लगभग ढाई बजे PFI अंबेडकर भवन में एक कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। यह संगठन देशभर में संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। जिसकी जांच देश में कई राज्यों में हुई हिंसक घटनाओं के पीछे इसकी संलिप्तता का पता लगाने के लिए चल रही है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस प्रकार की गतिविधियां राजधानी में माहौल खराब कर सकती हैं।'

एक अन्य VHP नेता विनोद बंसल ने अपने ट्विटर हैंडल पर पत्र को रीट्वीट करते हुए लिखा था कि, 'VHP कभी भी PFI की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों की इजाजत नहीं देगा। हमने इसे फ़ौरन रोकने के लिए दिल्ली पुलिस को पत्र लिखा है।' इससे पहले 7 जुलाई को भाजपा की तेलंगाना यूनिट ने निजामाबाद में अपने चार नेताओं की गिरफ्तारी के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय से 'कट्टरपंथी संगठन' पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया था। भाजपा के मुख्य प्रवक्ता के कृष्णसागर राव ने कहा था कि, 'अरेस्ट किए गए संदिग्धों द्वारा पुलिस के सामने कबूल किया गया PFI का एजेंडा इस देश की धार्मिक सद्भाव और सामाजिक अखंडता के लिए बेहद अस्थिर और घातक है। ये कट्टरपंथी खुद कबूल करते हैं कि वे हिंदू समुदाय के खिलाफ सैकड़ों युवाओं को ट्रेनिंग दे रहे हैं, यह देश को अस्थिर करने की एक गंभीर साजिश है।' बता दें कि, बिहार के फुलवारी शरीफ से पकड़े PFI सदस्यों के पास से कुछ दस्तावेज भी मिले थे, जिसमे भारत को 2047 तक इस्लामी मुल्क बनाने की साजिश का पूरा ब्यौरा था। 

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