नई दिल्ली: जहांगीरपुरी हिंसा मामले की छानबीन में लगी दिल्ली पुलिस की टीम ने 300 फुटेज के माध्यम से अब तक 50 संदिग्धों की शिनाख्त की है। इसमें कुछ इलाके में लगे CCTV कैमरे में हिंसा के दौरान नज़र आ रहे हैं, जबकि कुछ मौके पर मौजूद लोगों की तरफ से मोबाइल से बनाए गए फुटेज में दिख रहे हैं। लोगों से जानकारी जुटाने और इनके मोबाइल लोकेशन की जांच करने पर भी संदिग्धों के इलाके में होने के प्रमाण पाए गए हैं। पुलिस इनकी तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही है। इन संदिग्धों में से लगभग 20 के मोबाइल फोन, हिंसा की घटना के बाद से बंद आ रहे हैं और ये फरार भी हैं। वहीं, अब तक की जांच के आधार पर पुलिस ने 30 ऐसे संदिग्ध नंबरों की भी पहचान की है, जिससे हिंसा के कई राज खुल सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, क्राइम ब्रांच सुराग एकत्रित करने के लिए दिल्ली, यूपी, हरियाणा से लेकर पश्चिम बंगाल तक लगभग 30 जगहों पर दबिश दे रही है। जांच में खुलासा हुआ है कि ये संदिग्ध हिंसा के दौरान भी मौके पर मौजूद थे। बता दें कि हनुमान जयंती के पर्व पर 16 अप्रैल को एक जुलूस के दौरान जहांगीरपुरी में हुई हिंसा मामले में पश्चिम बंगाल से अरेस्ट किए गए आरोपी फरीद उर्फ नीटू को कोर्ट ने दो दिन की रिमांड पर दिल्ली पुलिस को सौंप दिया है। फरीद को गुरुवार को पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर से पकड़ा गया था। वहां से फरीद को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया गया। 'मोदी है तो मुमकिन है...', देश में गहराई बिजली संकट पर चिदंबरम ने की केंद्र की खिंचाई 'मेवाणी पर झूठी FIR किसने दर्ज की, CBI जांच कराएं CM ..', हिमंता सरमा पर चिदंबरम का तंज 'छोटे उद्योगों को तबाह कर देगा बुलडोज़र, बढ़ेगी बेरोज़गारी..', केंद्र सरकार पर राहुल गांधी का हमला