नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली पिछले पंद्रह दिनों से भी सधिक समय से गंभीर वायु प्रदुषण से जूझ रही है और इस शहर में वायु की गुणवत्ता लगातार बिगड़ते ही जा रही है. इस लगातार प्रदूषित होते ही जा रही हवा की स्थिति की वजह से जल्द ही राजधानी दिल्ली में गैर CNG वाहनों पर पूरी तरह से रोक भी लग सकती है. दिवाली के बाद हवाई सफर हुआ महंगा, किराए में हुई वृद्धि दरअसल सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रदूषण की स्थिति से निपटने के लिए नियुक्त पर्यावरण संरक्षण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने हाल ही में एक बयान जारी करते हुए कहा है कि यदि दिल्ली में वायु गुणवत्ता का खराब होना इसी तरह जारी रहा तो ईपीसीए गैर सीएनजी वाणिज्यिक एवं निजी वाहनों पर भी पूरी तरह रोक लगा सकता है. ईपीसीए के अध्यक्ष भूरे लाल ने दिल्ली समेत हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को इस मामले में पत्र भी लिखे है. अपने इन पत्रों में उन्होने इन राज्यों में वाहन स्टीकर प्रकरोईया लागू नहीं किए जाने को लेकर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा है कि इसके बिना डीजल और अन्य ईंधन वाले वाहनों के बीच अंतर बता पाना संभव नहीं है. देश के अलग अलग राज्यों में हुए तीन न्यायाधीशों के ट्रांसफर उल्लेखनीय है कि देश की राजधानी दिल्ली में पिछले कई दिनों से वायु प्रदुषण लगातार गंभीर होता ही जा रहा है. इस प्रदूषण की मुख्य वजह दिल्ली के पड़ोसी राज्यों में किसानों द्वारा बड़ी मात्रा में परली का जलाया जाना है. इसके साथ ही दिल्ली में वाहनों के धुंए और दिवाली के अवसर पर भारी मात्रा में फोड़े गए फाटकों ने इस प्रदुषण को और बढ़ा दिया है. ख़बरें और भी नेशनल हेराल्ड मामला: क्या सोनिया राहुल खाली करना होगा हेराल्ड हाउस, आज अदालत कर सकती है फैसला एल्कोहल टेस्ट में फेल हुए एयर इंडिया के सीनियर पायलट का लाइसेंस हुआ निलंबित केजरीवाल सरकार को अब याद आया अपना वादा, शुरू की CCTV कैमरे लगाने की प्रक्रिया