देश के कई शहरों में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में जनसभाएं कर चुके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब दिल्ली मथने को तैयार हैं.दिल्ली विधानसभा चुनाव में गैर भाजपाई दलों के अहम मुद्दे 'शाहीन बाग' की धार भाजपा अपने भगवा ब्रांड से कुंद करना चाहती है. एक फरवरी से दिल्ली के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में योगी की ताबड़तोड़ जनसभाएं होंगी. कोरोनावायरस: दुनिया भर में घोषित हुई मेडिकल इमरजेंसी, चीन में अब तक 213 लोगों की मौत मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में कई दिनों से लगातार प्रदर्शन चल रहा है. चूंकि वहां विधानसभा चुनाव हैं, इसलिए तमाम राजनीतिक दल इसकी आड़ में अपनी राजनीति का रंग गाढ़ा करने की कोई कसर नहीं छोड़ रहे. सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सहित अन्य पार्टियां शाहीन बाग प्रकरण को भाजपा के खिलाफ हथियार बनाना चाहती हैं. बजट सत्र : हंगामा होने की आशंका, कई मुद्दों पर चर्चा होने के आसार आपकी जानकारी के लिए बता दे कि केंद्र सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि यह कानून वापस नहीं होगा. प्रतिद्वंद्वियों के आरोपों को भ्रम बताते हुए उनका जवाब देने के लिए भाजपा संगठन ने अब योगी आदित्यनाथ पर भरोसा जताया है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, एक से छह फरवरी तक योगी की एक दर्जन सभाएं दिल्ली में प्रस्तावित हैं. फिलहाल एक फरवरी का कार्यक्रम बताया गया है. इस एक दिन में वह करावल नगर मुस्तफाबाद, आदर्श नगर, नरेला और रोहिणी में सभाओं को संबोधित करेंगे.उल्लेखनीय है कि अभी हाल ही में सीएए के समर्थन में योगी ने देश के विभिन्न शहरों में जनसभाएं की हैं. इसके बाद बिजनौर और बलिया से कानपुर तक निकाली जा रही पांच दिवसीय गंगा यात्रा में व्यस्त हो गए, जिसका समापन शुक्रवार को हो रहा है. इसके साथ ही योगी एक फरवरी से दिल्ली के रण में कूद जाएंगे. प्रशांत किशोर ने किया बड़ा ऐलान, कहा-मैं कहीं नहीं जा रहा? निर्भया केस : दोषीयों की फांसी टलने के आसार, अदालत में लगाई नई याचिका ब्रिटेन कोर्ट में भगोड़े नीरव मोदी की पेशी, प्रत्यर्पण को लेकर होगी सुनवाई