दिलीप सिंह वर्मा की रिपोर्ट झाबुआ। नई दिल्ली-मुंबई 8 लेन एक्सप्रेस-वे का काम रतलाम और झाबुआ में पूरा हो गया है, अब सिर्फ चार किलोमिटर का काम मंदसौर में बाकी है। जोकि जल्द ही पूरा हो जायेगा। सूत्रों के अनुसार मई 2023 में इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा रतलाम या झाबुआ से किया जा सकता है इसके लिये संभावनाऐं देखी जा रही है। दिल्ली-मुंबई 8 लेन एक्सप्रेस-वे कुल 1380 मिलोमिटर लंबा है इसमें मध्यप्रदेश का 244.5 किलोमिटर का हिस्सा झाबुआ, रतलाम और मंदसौर जिले में से होकर गुजरता है। इसमें अब सिर्फ मंदसौर जिले के गरोठ में चंबल नदी पर ब्रिज निर्माण का काम बाकी है, जोकि अंतिम चरण में है। चार किमी का हिस्सा बनने के बाद काम पूरा हो जायेगा। एक्सप्रेस-वे में रतलाम जिले में 90 कि.मी., झाबुआ जिले में 50.95 कि.मी. और मंदसौर जिले में 102 कि.मी. का लंबा हिस्सा है। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से मुंबई से दिल्ली के सफर में 12 से 13 घंटे का समय लगेगा जबकी अभी यह समय 22 घंटे से अधिक लगता है। रतलाम से दिल्ली या मुंबई जाने में मात्र 6 से 7 घंटे का ही समय लगेगा तथा इस एक्सप्रेस-वे पर वाहन 120 किलोमिटर की रफतार से दौड सकेगें तथा दिल्ली और मुंबई के बीच की दूरी 150 किलोमिटर तक कम हो जायेगी। इस सडक मार्ग पर दो पहीया वाहनों का प्रेवश बंद रहेगा। इस मामले में विगत दिनों भारतीय राष्ट्रीय राज्य मार्ग प्राधिकरण के अधिकारीयों ने निर्माण की समीक्षा के लिये बैठक की और एक्सप्रेस-वे के झाबुआ और रतलाम जिलों में बनाये गये एक्सप्रेस वे का निरीक्षण भी किया जिसमें एनएचएआई के क्षेत्रीय निदेशक रविन्द्र गुप्ता, उप महाप्रबंधक, तकनिकी संदीप पाटीदार, मेसर्स लार्सन एवं टूब्रो के उच्चाधिकारी, मेसर्स आर. इंफ्राप्रोजेक्टस के अधिकारी और कई प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे। सूत्रों की माने तो मई माह तक इस एक्सप्रेस-वे का उदघाटन हो जायेगा और इस पर वाहन दौडने लगेंगे! इस एक्सप्रेस-वे पर पहले दिन से ही टोल टेक्स लगना प्रारंभ हो जायेगा, इसके लिये आवश्यक टोल टेक्स नाके बन कर तैयार हो गये है। गुरूवार को सचिव सडक परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार अलका उपाध्याय ने भी एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण किया है। इस एक्सप्रेस वे को एनई-4 नंबर दिया गया है। आदिवासी जिले में 5100 करोड़ की लागत से खुलेगी उर्वरक और कृषि रसायन की औद्योगिक ईकाईयां MP की इस नदी में नहाने से ठीक होते हैं चर्म रोग, हमेशा गर्म रहता है पानी समाजजानो का आह्वान, लाललोई पर्व की पूजा में करे कंडो का इस्तेमाल