जयपुर: महाराष्ट्र में सियासी विवाद पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि जनता को सतर्क हो जाना चाहिए। कुछ लोग देश में अस्थिरता लाना चाहते हैं और लोकतंत्र को समाप्त करने में जुटे हुए हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि वहां विधायकों की जो हार्स ट्रेडिंग हुई है, उस पर यह एक प्रकार से करारा तमाचा लगाया गया है। भाजपा और RSS के जो फासिस्ट लोग हैं, उनको सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से कोई मतलब नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार, सीएम गहलोत ने कहा कि कर्नाटक में भी, महाराष्ट्र में भी, मध्य प्रदेश में भी इन लोगों ने सरकार गिराई, हमारी सरकार बच गई, वरना हमारा भी वही हाल होता। यह शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि, 'हमें जनता में यह कहने के लिए जाना पड़ेगा कि ऐसी ताकतों से आप लोग सावधान रहें। ये लोग देश से लोकतंत्र खत्म कर देंगे। वोट वगैरह खत्म हो जाएगा और एक पार्टी की सरकार रहेगी, जैसी चीन और रूस में है। मैं बार-बार लोगों को सावधान कर रहा हूं।' बता दें कि, अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि गत वर्ष 30 जून को महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए गवर्नर द्वारा तत्कालीन सीएम उद्धव ठाकरे को बुलाना उचित नहीं था। हालांकि, अदालत ने पूर्व की स्थिति बहाल करने से साफ़ इंकार करते हुए कहा कि ठाकरे ने शक्ति परीक्षण से पहले ही त्यागपत्र दे दिया था, इसलिए हम कुछ नहीं कर सकते। 'पता नहीं पाकिस्तान बचेगा भी या नहीं..', इमरान की गिरफ़्तारी के बाद भड़की हिंसा से फारूक अब्दुल्ला परेशान! 'उद्धव तो कम से कम नैतिकता की बात न करें..', सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बोले देवेंद्र फडणवीस 52 सहकारी समिति के कर्मचारी कर रहे अनिश्चित कालीन हड़ताल