नई दिल्ली। भारत में भले ही लोग परेशानियों के बाद भी केंद्र सरकार द्वारा लिए गए नोटबंदी के निर्णय की आलोचना कर रहे हों लेकिन अमेरिका में इसकी आलोचना की जा रही है। दरअसल यहां के समाचार पत्र न्यूयाॅर्क टाईम्स ने द काॅस्ट आॅफ इंडियाज मैन मेन करंसी क्राइसिस नामक संपादकीय लिखा। जिसमें कहा गया कि आम जन का जीवन बहुत परेशानियों से भरा है। इस बात के सबूत बेहद कम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस तरह का निर्णय कालेधन और भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए किया है। मिली जानकारी के अनुसार इस समाचार पत्र में जानकारी दी गई है कि भारत में नोटबंदी के कारण कई तरह की परेशानियां आ गई हैं। यहां पर कारोबार नहीं चल रहा है। मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्री सिकुड़ गई है। रियल एस्टेड व कारों का विक्रय कम हुआ है। तो दूसरी ओर किसान, दुकानदार समेत विभिन्न वर्गों पर इसका बुरा असर हुआ है। समाचार पत्र ने इसे एक क्रूर कदम बताया और कहा कि आमलोगों के ही साथ बिजनेस क्लास की अर्थव्यवस्था इससे प्रभावित हुई है। लोगों को लंबी कतारों में लगकर ट्रांजिक्शन करना पड़ा था। नोटबंदी का विरोध है भ्रष्टव्यवस्था को बढ़ावा देना शिवराज कैबिनेट में हुये कई अहम फैसले 2020 तक बंद हो जाएगें डेबिट कार्ड, पीओएस मशीनें