किसी अन्य व्यक्ति के साथ निकटता में बैठना और नकाब रहित मुंह को किसी ऐसे उपकरण में डालना जिसमें किसी अन्य की लार और सांसे का प्रभावी हो कोरोना संक्रमण में काफी घातक हो सकता है. लॉकडाउन में ढील देने के बाद जैसे -जैसे व्यवसाय वापस खुलते जा रहे है. कोरोना फैलने का खतरा बढ़ गया है. चिकित्सा के क्षेत्र में दंत चिकित्सा में कोरोना फैलने का डर है. कोरोना संक्रमण में दंत चिकित्सा के जोखिम को लेकर डॉ. ग्रांट रिचेची ने कहा कि "हम इलाज के दौरान किसी व्यक्ति मुखौटा नहीं पहन सकते है. वही, एक अन्य डॉ. का कहना है कि मरीजों के मुंह से निकलने वाले स्प्रे में एरोसोल हो सकता है, जो हवा में फैल सकता है, और जिसमें कोरोनोवायरस घंटों तक रह सकता है. महामारी कोरोना से उत्पन्न इस समस्या से निजात पाने के लिए कंसास के दंत चिकित्सक ने कहा कि उन्होंने वायरस से सुरक्षित वातावरण बनाने और एरोसोल को कम करने के लिए नए उपकरणों में लगभग 10,000 डॉलर खर्च किए हैं. उन्होंने रोगी के मुंह में एयरोसोल संदूषकों को हटाने के लिए HEPA वैक्यूम निस्पंदन प्रणाली खरीदी है. अमेरिका और यूरोप में जल्द शुरू होंगी सभी सुविधाएं, लॉकडाउन को लेकर आ सजता है बड़ा फैसला दुनियाभर में बढ़ी कोरोना की मार, मरने वालों की संख्या 3 लाख के पार सहमी-सहमी सड़कें, डरा हुआ बाज़ार ! आखिर कैसा होगा लॉकडाउन के बाद का संसार ?